कोरोना वायरस अभी भी दुनियाँ भर में फैला है, हालाँकि कई प्रकार के वैक्सीन बनने के दावे किए जा रहे हैं पर वैक्सीन पर कई गम्भीर सवाल भी उठाए जा रहे हैं. अब ब्रिटेन में Covid-19 का नया म्यूटेंट स्ट्रेन (Mutant Coronavirus Strain) मिला है जिसके बाद खलबली मची हुई है. हालाँकि भारत ने एहतियातन 22 दिसंबर की रात से 31 दिसंबर की रात तक ब्रिटेन से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक (UK Flight Ban) लगा दी है लेकिन रोक लगने के पहले 22 दिसंबर की रात तक आने वाली फ्लाइट्स को लेकर सरकार अलर्ट है.
नए स्ट्रेन और कोविड वायरस में इतना बदलाव है कि कोविड से इसका ट्रांसमिशन रेट या इंफ़ेक्शन रेट 20% बढ़ चुका है. हालांकि इससे मृत्यु दर बढ़ने का डर बढ़ा है या नहीं इस पर कोई पक्की रिसर्च नहीं है. UK के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस स्ट्रेन को 70 फीसदी ज्यादा संक्रामक बताया है.
सरकार के लिए चिंता के एक वजय लंदन से सोमवार की रात आई एक एयर इंडिया की फ्लाइट भी है, क्योंकि इसी फ्लाइट में छह यात्री कोविड से संक्रमित मिले है और अगर इन यात्रियों में नया म्यूटेंट स्ट्रेन (Mutant Coronavirus Strain) पाया गया तो यह सरकार के लिए नई परेशानी होगी क्योंकि फ्लाइट में केबिन क्रू समेत कुल 266 यात्री थे. नया म्यूटेंट स्ट्रेन (Mutant Coronavirus Strain) की पुष्टि के लिए सभी 6 सैंपल आगे के रिसर्च के लिए भेज दिया गया है.
एहतियातन सरकार ने फ्लाइट में यात्रा कर रहे यात्रियों और केबिन क्रू को निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद भी 7 दिन के अनिवार्य होम क्वारंटीन में रहने का आदेश दिया है. डिस्ट्रिक्ट ऑफिस में यात्रियों और केबिन क्रू से सम्बंधित सारी जानकारी साझा की जाएगी. रोज़ाना मॉनिटरिंग होगी और क्वारंटीन के छठें दिन इन सभी का टेस्ट दोबारा किया जाएगा.
ब्रिटेन में नया म्यूटेंट स्ट्रेन (Mutant Coronavirus Strain) पाए जाने के बाद Corona Virus के लिए बनी ज्वाइंट मॉनिटरिंग ग्रुप ने मीटिंग में सुझाव दिया गया था कि ब्रिटेन से आने वाली सभी फ्लाइट 31 दिसंबर तक के लिए निलंबित की जाए. यह फैसला 22 दिसंबर की रात 11:59 से शुरू होगा. सुझाव में यह भी कहा गया था कि ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों का एयरपोर्ट पर अनिवार्य रूप से RT-PCR टेस्ट किया जाए. संक्रमित पाए जाने वाले लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन में भेज दिया जाए. टेस्ट में निगेटिव पाए जाने वाले लोगों को 7 दिनों तक घर में आइसोलेट होने की सलाह दी जाए और सरकार की ओर से मेडिकली मॉनिटर किया जाए.