अपराध दशकों से बिहार के राजनीती में चमकने का सबसे आसान और सटीक रास्तों में एक रहा है, उसी राजनितिक परिचालन की फसल है अनंत सिंह. बिहार और बिहार के खबर रखने वाले सभी लोगों को पता है अनंत सिंह के अपराधिक गतिविधियों का लेकिन आज तक पुलिस या बिहार सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर सकी, इसी से अनत सिंह के रशुक और राजनितिक संरक्षण का अनुमान लगाया जा सकता है.
लेकिन, शायद इस बार बिहार पुलिस को अनंत सिंह के अपराध का सही सबूत हाथ लग गया है, और शायद पुलिस भी कार्रवाई करे. कहा जाता है की कानून की किताब में शायद ही कोई ऐसी धारा हो, जिसके तहत अनंत सिंह पर मुकदमा दर्ज न हुआ हो यहाँ तक कि सिंह पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने साल 2015 में अपनी हत्या की साजिश रचने का भी आरोप लगाया था. परन्तु अबतक कार्रवाई से बचते आ रहे अनंत सिंह शायद इस बार नहीं बच पाए. बिहार सरकार के ऐसे मामलों के इतिहास को देखते हुए पूर्ण विश्वास के साथ तो नहीं कहा जा सकती है की अनंत सिंह के अपराध से पीड़ित लोगों को न्याय मिलेगा लेकिन एक उम्मीद जरुर दिखाई दे रही है.
अनंत सिंह के बड़े भाई एक समय में लालू यादव की सरकार में मंत्री थे तभी अनंत सिंह ने अपराध का सफ़र शुरू किया था. बाद में अनंत सिंह मोकामा से नितीश कुमार की पार्टी जदयू से 2005 में विधायक बना और 2010 में एक बार फिर नितीश कुमार की पार्टी से ही विधायक बन बिहार विधानसभा तक पंहुचा. ये वही समय था जब अनंत कुमार को नितीश कुमार के सबसे करीबी लोगों में से एक माना जाता था. वर्तमान में अनंत सिंह मोकामा से निर्दलिय विधायक है, और मुकेश सिंह और भोला सिंह की हत्या की सुपारी देने के मामले में खुद पर शिकंजा कसता देख फरार है. जिस बाहुबली विधायक के दबंगई की तूती पूरे बिहार में बोलती थी, नीतीश कुमार से अलग होने के बाद उसके काले साम्राज्य का अंत होता दिखने लगा है.
पिछले दिनों पटना पुलिस ने तिन अपराधियों को पकड़ा जो पंडारक के भोला सिंह व उसके भाई मुकेश सिंह की हत्या करने की योजना बना रहे थे. पूछताछ में तीनो पेशेवर अपराधियों ने बताया कि वे मोकामा के विधायक अनंत सिंह के आदेश पर हत्या करने आए थे, अपराधियों के इस बयान का विडियो भी अब वायरल हो गया है. अपराधियों के कबुलनामे वाले विडियो के अलावा एक ऑडियो ऑडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें अनंत सिंह अपराधियों को भोला व मुकेश की हत्या की सुपारी देते सुने जा सकते हैं. पुलिस सूत्रों और मीडिया में आई ख़बरों के अनुसार अनंत सिंह ने हत्या की साजिश रचने के लिए अपराधी से 56 बार बातचीत की थी. पुलिस के अनुसार वायरल ऑडियो की आवाज अनंत सिंह की है, इसकी प्रारंभिक पुष्टि हो चुकी है.
जदयू नेता अजय आलोक ने कहा कि अनंत सिंह के आपराधिक इतिहास से सभी लोग परिचित हैं. पुलिस को अपना काम निष्पक्ष तरीके से करना चाहिए। जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ पुलिस निष्पक्ष होकर कड़ा एक्शन ले. बीजेपी के नेता भी उचित कार्रवाई की बात कर रहे हैं वही कांग्रेस अनत सिंह के पक्ष में कड़ी दिख रही है. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने अनंत सिंह के प्रति पुलिस के रवैये को गैर जरूरी बताया है. उन्होंने कहा कि यह अनंत सिंह को फंसाने की साजिश है. विधायक के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए. मदन मोहन झा ने कहा कि अगर अनंत सिंह दोषी होंगे तो कानून अपना काम करेगा.