क्योंकि शिक्षा मंत्री कभी भी ग्रेजुएट नहीं थी! प्रियंका चतुर्वेदी ने गाना गाकर कसा तंज

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पूर्व एचआरडी मंत्री (HRD Minister) और बीजेपी की अमेठी से उम्‍मीदवार स्‍मृति ईरानी (Smriti Irani)ने कल अपना नामांकन पत्र अमेठी में दाखिल किया. केंद्रीय मंत्री स्‍मृति ईरानी के नाए हलफनामे में शिक्षा के बारे में दिए गए विवरण को लेकर कांग्रेस ने तंज कसना शुरू और तेज कर दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्मृति ईरानी के हलफनामे में बताई गई एजुकेशन पर गाना गाकर पर निशाना साधा

कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने मशहूर सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ के गीत की तर्ज पर कहा, ‘‘क्वालीफिकेशन के रूप बदलते हैं, नए-नए सांचे में ढलते हैं. एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है, बनते एफिडेविट नए हैं… क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थीं.”

पिछले चुनाव के बाद जब भाजपा सत्ता में आयी थी तब प्रधानमंत्री और स्मृति ईरानी के डिग्री और सर्टिफ़िकेट को लेकर विपक्षी पार्टियों ने ख़ूब बवाल काटा था जो समय के साथ शांत हो गया था लेकिन स्मृति ईरानी के नए हलफनामे ने जैसे ज़मीन में गड़ा मुर्दा उखाड़ दिया है. अमेठी से पर्चा भड़ने के बाद से स्मृति ईरानी कांग्रेस के निशाने पर है.

बता दें की यह पूरा विवाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ग्रेजुएट है या नहीं इस बात को लेकर है और इस विवाद के कारण भी ख़ुद स्मृति ईरानी हीं है क्योंकि वो विभिन्न चुनावी हलफनामे में अलग अलग जानकारियाँ दर्ज कर रही है.

स्मृति ईरानी के हलफनामे के अनुसार उन्होंने 1991 में सेकेंडरी स्कूल परीक्षा और 1993 में सीनियर सेंकेडरी स्कूल परीक्षा पास की. अमेठी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लार रही स्मृति ईरानी ने 1994 में दिल्ली यूनिवर्स‍िटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से तीन साल के डिग्री कोर्स में अपना बैचलर ऑफ कॉमर्स (पार्ट- I) पूरा नहीं किया है. जबकि 2014 के चुनावों के लिए दिए अपने हलफनामे में उन्होंने कथित तौर पर 1994 में यूनिवर्स‍िटी से ग्रेजुएशन की बात कही गयी थी. उनके किए इस दावे की सत्यता पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाते हुए उनके ग्रेजुएट न होने की बात कही थी.

प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रेस कॉन्फ़्रेन्स कर स्मृति ईरानी पर निशना साधते हुए कहा ‘‘2004 के लोकसभा चुनाव के अपने हलफनामे में स्मृति बीए थीं. फिर 2011 राज्यसभा के चुनावी हलफनामे में वह बीकॉम फस्ट ईयर बताती हैं. इसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में फिर वह बीए पास कर लेती हैं. अब फिर से वह बीकॉम फर्स्ट ईयर की डिग्री हो गई हैं.”

कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा, ‘‘हमें दिक्कत नहीं है कि वह ग्रेजुएट नहीं हैं. मुद्दे की बात यह है कि मंत्री साहिबा इतने समय से गलत हलफनामा दे रही थीं. अगर उनमें कोई नैतिकता है तो मंत्री पद से इस्तीफा दें और उन्हें चुनाव के लिए अयोग्य ठहराया जाए.”

परन्तु जब हमने स्मृति ईरानी के 2011 और 2014 के हलफनामे को देखा तो स्मृति ईरानी वहाँ भी यही लिखा है B.com पार्ट 1 में दाखिला लिया 1994 में दाखिला लिया था.

SMRITI IRANI 2011 AFFIDAVIT
स्मृति ईरानी का 2011 का हलफनामा
स्मृति ईरानी 2014 का हलफनामा