प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा का आरोप और प्रत्यरोपों का सिलसिला चुनावी चरणों के हिसाब से बढ़ता जा रहा है. इसी कड़ी में पीएम मोदी जी ने एक नया दिवंगत स्वर्गीय राजीव गांधी पर गढ़ दिया है, ये आरोप है आईएनएस विराट के दुरुपयोग करने का. जब भारत जैसे बड़े देश के पीएम बोल रहे हैं तो कुछ तो बात होगी इसलिए सभी मीडिया और आम लोगों में इसकी चर्चा भी होने लगी, लेकिन क्या ये बात सच थी या मोदी जी के पिछले कई झुठों के तरह ये भी बस एक जुमला था, आयिये जानते हैं.
जब भी प्रधानमंत्री भाषण दे रहे हों और उनके भाषण में अगर भारत के इतिहास से सम्बंधित या किसी भी प्रकार की कोई पुरानी बात हो रही हो तो मुझे हमेशा संदेह होता है, क्योंकि पीएम होते हुए ग़लत तथ्य रखने और ग़लतबयानी करने तगड़ा रिकॉर्ड रहा है पीएम मोदी का. इसीलिए इससे पहले की आप मोदी जी के किसी बयान को लेकर किसी से लड़ लें अच्छा होगा की आप भी एक बार गूगल करने की आदत डाल हीं लें, अच्छा रहता है, आपके तथ्य सही रहते हैं.
प्रधानमंत्री ने 8 मई को दिल्ली के एक रैली में देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर आरोप लगाया की उन्होंने INS Viraat (INS Viraat) के इस्तेमाल “पर्सनल टैक्सी” के तरह किया अपने परिवार के साथ छुट्टियाँ मनाने के लिए. फिर क्या था बयान आते हैं सोशल मीडिया और न्यूज़ में इस बात की चर्चा शुरू हो गई, कई अख़बारों ने भी छाप दिया की INS Viraat के संचालन में हर दिन कितने का खर्च आता है ताकि जब लोग राजीव गांधी पर आरोप लगा रहे हों तो सिर्फ़ आरोप से वज़न का ऐहसास ज़्यादा नहीं होगा इसलिए उसे INS Viraat के संचालन के खर्च में बोल सकें की इतने करोड़ का राजीव गांधी ने छुट्टियाँ बिताने में खर्च कर दिया.
आईएनएस विराट के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर रहे विनोद पसरीचा ने प्रधानमंत्री के इस बयान का खंडन किया है, उन्होंने कहा है की राजीव तब आधिकारिक दौरे पर थे और वे किसी पिकनिक पर नहीं थे. वहीं, एडमिरल रामदास ने भी साफ किया है कि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी अपनी पत्नी सोनिया गांधी के साथ एक कार्यक्रम में चीफ़ गेस्ट के तौर पर लक्षद्वीप गए थे यह एक अधिकारिक दौरा था और उनके निजी इस्तेमाल के लिए कोई पानी का जहाज़ प्रयोग नहीं किया गया था. वे एक चॉपर के जरिए कुछ द्वीप पर वहाँ के स्थानीय अधिकारियों से मिलने गए थे. बोर्ड पर तब कोई विदेशी भी नहीं था. इस बात की जानकारी एडमिरल रामदास ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सार्वजनिक किया है, जिसके कांग्रेस के तरफ़ से ट्वीट भी किया गया है.
Admiral L. Ramdas, former Chief of the Naval Staff, issues a statement to expose PM @narendramodi’s lie about Late Rajiv Gandhi & INS Viraat. It was official. Nothing was done for personal use.
Slap! #SabsaBadaJhootaModi pic.twitter.com/jKTwiv9AYR
— Salman Anees Soz (@SalmanSoz) May 9, 2019
इंडिया टुडे मैगजीन की जनवरी 31, 1988 की एक रिर्पोट के अनुसार, अनिता प्रताप ने तथाकथित ‘हॉलीडे’ का ब्यौरा दिया है जिसकी चर्चा एडमिरल रामदास के प्रेस विज्ञप्ति में भी है. इसमें रिपोर्ट के हवाले से कहा गया की भारतीय नौसेना के युद्धपोत का इस्तेमाल हुआ. इंडिया टुडे संपादक शिव अरूर ने सही मौक़ा देख कर कल अपने ट्विटर अकाउंट से वह रिपोर्ट भी शेयर किया. इस प्रकार की कई ख़बरें और राजीव गांधी के उस दौरे की कई तथाकथित तस्वीरें पहले से WhatsApp और सोशल मीडिया में भी चलाया गया है लेकिन अब आईएनएस विराट के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर और अन्य अधिकारियों ने लिखित रूप से इस बात की सच्चाई को दुनियाँ के सामने रख दिया है जिससे ये साबित होता हो की नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली की रैली में दिया बयान झूठा था.
लेकिन इसी मामले में एक और ट्वीट आया है पूर्व कमांडर वीके जेटली का, जिनका कहना है की राजीव गांधी ने आईएनएस विराट का इस्तेमाल अपने निजी छुट्टियों के लिए किया था. पूर्व कमांडर वीके जेटली का यह ट्विटर अकाउंट वेरिफ़ायड नहीं है, परंतु पूर्व कमांडर ने रिपब्लिक टीवी से बात करके अपने बयान की पुष्टि की है. पूर्व कमांडर वीके जेटली के दावों से मोदी जी का बयान सही मालूम परता है.
Rajiv and Sonia Gandhi used INS Viraat for travel to celebrate their holidays at Bangaram island. Indian Navy resources were used extensively. I am a witness. I was posted on INS Viraat that time. Commander VK Jaitly
— Commander VK Jaitly (@vkjaitly) May 9, 2019
अब ये तो सम्भव नहीं है की नौसैना के अधिकारियों द्वारा दिया गया दोनों बयान सही हो, अगर भाजपा या पीएम मोदी के भाषण लिखने वाले आईएनएस विराट के तत्कालीन कमांडिंग ऑफिसर रहे विनोद पसरीचा के लिखित बयान से भी इत्तेफ़क नहीं रखते हैं तो सरकार से अपील कर जाँच करवा ले. क्योंकि उचित जाँच के बाद ही ये साबित हो होगा की आखिर नौसेना के किन अधिकारियों का बयान सही है. तब तक देश में इस मामले पर बटे लोगों को अपनी अपनी प्रतिक्रिया होगा जिसे दरकीनर नहीं किया जा सकता.
नौसैना के पूर्व शीर्ष अधिकारियों का लिखित बयान दर्शाता है इस मामले की गम्भीरता को जिसे मोदी जी ऐसे हीं बिना किसी सबूत के उछाल देते हैं, नौसैना के पूर्व शीर्ष अधिकारियों की बयान को मानें तो ऐसा लगता है की पीएम मोदी को समझना होगा हमेशा परिवार के साथ बाहर जाना छुट्टी मनाने जाना हीं नहीं होता, दुनियाँ भर के राजनेता अधिकारिक दौरे पर अपनी पत्नी को साथ ले जाते हैं जिसका जिक्र एडमिरल रामदास के प्रेस विज्ञप्ति में भी है, ये बात अलग है की मोदी जी नहीं ले जाते हैं.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोदी के पर्सनल टैक्सी वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा “जिन्होंने साढ़े चार वर्ष में अपनी विदेश यात्राओं व प्रचार-प्रसार पर ही देश के 6,622 करोड़ फूँक डाले वो आज स्व.राजीव गांधी जी पर उनके निधन के 28 वर्ष बाद झूठे आरोप लगा रहे है ?”
जिन्होंने साढ़े चार वर्ष में अपनी विदेश यात्राओं व प्रचार- प्रसार पर ही देश के 6,622 करोड़ फूँक डाले वो आज स्व.राजीव गांधी जी पर उनके निधन के 28 वर्ष बाद झूठे आरोप लगा रहे है ?#शर्मनाक
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 9, 2019
गूगल किया निशांत कुमार,, उस समय के मूर्द्धन्य पत्रकारों ने उस समय जो कवरेज दिया था
https://aajtak.intoday.in/story/rajiv-gandhi-ins-virat-bangaram-island-secret-holiday-pm-narendra-modi-1-1082172.html
शाबाश!! अब आगे भी पढ़ लीजिए.
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