भारत सरकार विभिन्न प्रकार की लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएं में से एक है “पीएम विश्वकर्मा योजना”. अन्य योजनाओं के तरह इस योजना का भी उद्देश्य है उचित लोगों तक लाभ या सहायता पहुंचाना, सरकार इस योजना के तहत एक बड़ी धनराशि खर्च कर रही है. यदि आप भी किसी सरकारी योजना का हिस्सा बनते हैं, तो आपको उस योजना के अंतर्गत निर्धारित लाभ मिलते हैं, बशर्ते आप उस योजना के लिए पात्र हों। ऐसी ही एक योजना है प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना. इस योजना के तहत कई आर्थिक लाभ प्रदान किए जाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस योजना का लाभ किन लोगों को मिल सकता है? शायद नहीं, तो आइए जानते हैं कि कौन लोग इस योजना के लिए पात्र हैं. आगे आप योजना की पात्रता सूची देख सकते हैं.
- टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाले
- जो राजमिस्त्री है
- जो नाव निर्माता हैं
- जो लोग लोहार का काम करते हैं
- जो ताला बनाने वाले हैं
- जो अस्त्रकार हैं
- जो मालाकार हैं
- जो नाई यानी बाल काटने वाले
- हथौड़ा और टूलकिट निर्माता मोची/जूता बनाने वाले कारीगर
- फिशिंग नेट निर्माता
- अगर आप मूर्तिकार हैं
- जो लोग पत्थर तराशने वाले हैं
- अगर आप सुनार हैं
- गुड़िया और खिलौना निर्माता
- पत्थर तोड़ने वाले
- धोबी और दर्जी.
यह योजन मुख्यतः छोटे या कम लागत से होने वाली व्यवसायों से जुड़े लोगों के लिए है. अगर आप इस सूची में से किसी भी व्यवसाय से जुड़े हैं तो आप पीएम विश्वकर्मा योजना में आवेदन कर सकते हैं. योजना का लाभ लेने के लिए आप अपना रजिस्ट्रेशन करवाकर इस योजना से जुड़ सकते. PM Vishwakarma Yojana के तहत सबसे पहले लाभार्थियों को कौशल विकास के लिए एक सीमित अवधि की प्रशिक्षण दी जाती है. प्रशिक्षण के दौरान रोजाना 500 रुपये का स्टाइपैंड भी दिया जाता है और टूलकिट या रोज़गार के लिए जरूरी समान खरीदने के लिए 15 हजार रुपये भी दिए जाते हैं. प्रशिक्षण के बाद व्यवसाय शुरू के के लिए पहले एक लाख और फिर दो लाख रुपये का लोन बिना गारंटी और सस्ती ब्याज दर पर दिया जाता है.
रजिस्ट्रेशन के सरकारी पोर्टल: https://pmvishwakarma.gov.in/