Chandrayaan-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का बीती रात चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया. सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था. ‘विक्रम’ ने ‘रफ ब्रेकिंग’ और ‘फाइन ब्रेकिंग’ चरणों को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, लेकिन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ से पहले इसका संपर्क धरती पर मौजूद स्टेशन से टूट गया. इसके साथ ही वैज्ञानिकों और देश के लोगों के चेहरे पर निराशा की लकीरें छा गईं.
हालांकि, लैंडर का संपर्क टूट जाने के बाद पीएम ने इसरो के वैज्ञानिकों का ढांढस बढ़ाया. मोदी ने वैज्ञानिकों से कहा, “देश को आप पर गर्व है. सर्वश्रेष्ठ के लिए उम्मीद करें, हौसला रखें. जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है.”
लैंडर को रात लगभग एक बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर लाने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय चंद्र सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया. इसरो अध्यक्ष के. सिवन इस दौरान कुछ वैज्ञानिकों से गहन चर्चा करते दिखे.
लैंडर का संपर्क टूट जाने के बाद इसरो चीफ के सिवन ने मीडिया की इसकी जानकारी दी और कहा की 15 मिनट तक हम पुन: संपर्क स्थापित करने की कोशिस करेंगे और आगे की जानकारी देंगे.
15 मिनट के बाद इसरो के तरफ से मीडिया को बताया गया तमाम कोशिशों के बावजूद संपर्क नही हो पाया है जिसके कारन सुबह वाले प्रेस कांफ्रेंस को कैंसिल किया जाता है.परन्तु इसी बिच एक पत्रकार ने इसरो वैज्ञानिक ने सारी हदें पार करते हुए बहुत ही ख़राब लहजे में बोलते होए इसरो को गैरजिम्मेदार ठहराने की कोशिश की.
Some folks are sharing this to show up NDTV as unpatriotic. That’s absurd. While a national outpouring of affection for ISRO is understandable—and in some ways even commendable—in no free country would a journalist be chided for expecting to hear from the head of an organization. https://t.co/lMH5OAJ09A
— Sadanand Dhume (@dhume) September 7, 2019
विवाद बढ़ा तो लोगों ने पत्रकार को खोज निकला और ट्विटर पर कड़ी प्रतिक्रिया आयी, कई ने जमकर फटकार भी लगाई:
If you want to see the pathetic state of Indian Journalism, watch how the journalist is shouting at an ISRO Scientist during such tension.
The Tone 😡😡😡 pic.twitter.com/zT2IWesU77
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) September 6, 2019
That’s a NDTV Journalist (@pallavabagla), just being a NDTV Journalist .. imagine if this was a Republic or a TimesNow scribe !! pic.twitter.com/pxanFzD6uZ
— Yo Yo Funny Singh (@moronhumor) September 6, 2019
मामले की गंभीरता को देखते हुए NDTV के पत्रकार गलती के 8 घंटे बाद 2 ट्विट कर अपना और अपने संस्था का बचाव किया. हालांकि अभीतक NDTV के ओर से कोई बयान नही आया है.
1/2 .. My sincere and heartfelt apologies to Mr D P Karnik, for having inadvertently raised my voice to ask a question in the media room last night. I have sought apologies from him personally and this is to let the larger community know I have tremendous respect for ISRO …2
— Pallava Bagla (@pallavabagla) September 7, 2019
2/2… I have tremendous respect for ISRO which I have often described as an 'Island of Excellence'. Sorry, guys, my behaviour did not conform with my own standards or the organisation I work for. It wont happen again. Pardon me @isro
— Pallava Bagla (@pallavabagla) September 7, 2019