
पटना, 8 जुलाई 2025, शाम 4:51 बजे – पटना के चर्चित उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या का मामला अब और गहराता जा रहा है। इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में पुलिस ने नई सफलताएं हासिल की हैं, लेकिन साथ ही राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी तेज हो गए हैं। खेमका की 4 जुलाई को उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद से पूरे बिहार में सनसनी फैल गई है।
पुलिस की कार्रवाई और नई जानकारी:
पटना पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए शूटर उमेश यादव और हथियार सप्लाई करने वाले विकास उर्फ राजा को हिरासत में लिया। हालांकि, मंगलवार तड़के मालसलामी इलाके में हुई एक मुठभेड़ में विकास उर्फ राजा पुलिस की जवाबी कार्रवाई में मारा गया। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ के लिए जब टीम उसके घर पहुंची, तो उसने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद यह मुठभेड़ हुई। घटनास्थल से एक पिस्टल, जिंदा कारतूस और खोखा बरामद हुआ है।
इसके अलावा, जांच में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बिल्डर अशोक साह ने बिजनेस विवाद के चलते खेमका की हत्या की साजिश रची थी और शूटर उमेश यादव को इस काम के लिए सुपारी दी थी। उमेश ने पूछताछ में बताया कि उसे इसके लिए 10 लाख रुपये की राशि दी गई थी, जिसमें से 1 लाख रुपये अग्रिम मिले थे। पुलिस अब इस साजिश के अन्य पहलुओं की जांच में जुटी है और अशोक साह से भी पूछताछ चल रही है।

जेडीयू का महागठबंधन पर निशाना:
खेमका हत्याकांड को लेकर सियासी पारा भी चढ़ गया है। जेडीयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने इस मामले में आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन (एमजीबी) पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही महागठबंधन की ओर से राजनीतिक साजिश की आशंका जताई जा रही है, ताकि नीतीश सरकार की छवि खराब की जा सके। दूसरी ओर, जेडीयू नेता राजीव रंजन प्रसाद ने दावा किया कि अशोक साह, जो इस हत्या का साजिशकर्ता माना जा रहा है, राजद प्रमुख लालू यादव के चार्टर्ड अकाउंटेंट सुमन नायक का किराएदार था। इस बयान ने मामले को और तूल दे दिया है।
विपक्ष का पलटवार:
वहीं, विपक्षी दलों ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने खेमका परिवार से मुलाकात के बाद कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि गांधी मैदान जैसे संवेदनशील इलाके में हत्या के बाद पुलिस को घटनास्थल पहुंचने में घंटों क्यों लगे। दूसरी ओर, जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने भी अप्रत्यक्ष रूप से पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए, हालांकि उन्होंने सीएम नीतीश कुमार के अलर्ट होने की बात कही।
परिवार का दर्द और मांग:
खेमका परिवार इस घटना से सकते में है। उनके बेटे गुंजन खेमका की 2018 में भी हत्या हो चुकी थी, लेकिन उस मामले का खुलासा आज तक नहीं हो सका। परिवार ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है और घटना की निष्पक्ष जांच की अपील की है। खेमका की बेटी लंदन से पटना पहुंच चुकी है, और उनका अंतिम संस्कार रविवार को गुलाबी घाट पर होगा।
आगे की राह:
पुलिस अब इस मामले में जेल कनेक्शन और बिजनेस राइवलरी के पहलुओं पर गहराई से जांच कर रही है। डीजीपी विनय कुमार आज शाम 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं, जिसमें इस हत्याकांड के पीछे के मास्टरमाइंड और अन्य तथ्यों का खुलासा हो सकता है। बिहार की सियासत और कानून-व्यवस्था पर इस घटना का असर आने वाले दिनों में और साफ होगा।