कांग्रेस पार्टी की जानी मानी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी अपनी हीं पार्टी से नाराज है. प्रियंका ने अपने एक ट्वीट में कहा “कांग्रेस में अपना खून-पसीना बहाने वालों से ऊपर गुंडों को तरजीह दी गई, इससे दुखी हूं. जिन लोगों ने ईंट-पत्थर फेंके और धमकी दी. ऐसे लोगों पर कार्रवाई न करना दुर्भाग्यपूर्ण है.”
Deeply saddened that lumpen goons get prefence in @incindia over those who have given their sweat&blood. Having faced brickbats&abuse across board for the party but yet those who threatened me within the party getting away with not even a rap on their knuckles is unfortunate. https://t.co/CrVo1NAvz2
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) April 17, 2019
प्रियंका चतुर्वेदी की ये नाराज़गी पार्टी के अनुशासन समिति से है जिसने प्रियंका के मथुरा प्रेस कॉन्फ़्रेन्स में हंगामा करने वाले कांग्रेस के हीं 8 नेताओं को पुनः बहाल कर दिया है. प्रियंका के मथुरा में राफेल डील पर प्रेस कॉन्फेंस के दौरान अशोक सिंह, उमेश पंडित, प्रताप सिंह, अब्दुल जब्बार, गिराधारी लाल पाठक, भूरी सिंह जायस, प्रवीण ठाकुर और यतीन्द्र मुकद्दम ने अमर्यादित व्यवहार किया था जिसके बाद सभी 8 कार्यकर्ताओं को चतुर्वेदी के सिकायत पर सस्पेंड कर दिया था लेकिन अब उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया की सिफारिश पर 15 अप्रैल को कार्रवाई वापस ले ली गई.
प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने ट्वीट में आगे कहा कि मैंने कांग्रेस के लिए आलोचना और गालियां झेली हैं. बावजूद इसके जिन लोगों ने मुझे धमकाया, उन लोगों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं किया जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रियंका चतुर्वेदी ने कांग्रेस द्वारा जारी पत्र को भी शेयर किया है.
यह पहली बार नहीं है कि महिलाओं के साथ कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दुर्व्यवहार किया हो. इससे पहले जब अभिनेत्री नगमा कांग्रेस से प्रत्याशी थीं तब भी पार्टी के एक कार्यकर्ता ने उनसे बुरा व्यवहार किया था. जिसके बाद नगमा ने महिला सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था.