बीते रविवार को उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की गाड़ी और ट्रक के भिड़ंत होने से उसकी चाची, मौसी और ड्राइवर की मौत हो गई. ये टक्कर इतना जोरदार था की पीड़िता जिस गाड़ी में थी वो गाड़ी मलबे में तब्दील हो गया, गैंगरेप पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई जिसके बाद अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है और हालत अभी भी नाजुक है. पीड़िता की मां का कहना है कि “हमें पता चला है कि विधायक के लोग जिम्मेदार है. ये लोग पिछले कई दिनों से धमकी दे रहे थे. जब भी हम कोर्ट जाते तो कहते थे कि वह भले जेल में है, लेकिन उनके आदमी बाहर हैं. वह जेल के अंदर मोबाइल फोन यूज किया करता था. हमें न्याय चाहिए.
उन्नाव गैंगरेप वही मामल है जिसमे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक कुलदीप सेंगर मुख्य आरोपी है. पीड़िता ने वर्ष 2017 में भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था लेकिन ये मामला प्रकाश में तब आया जब पीड़िता ने न्याय की गुहार लेकर दर दर भटकने के बाद अप्रैल 2018 में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर खुद को आग लगाने की कोशिश की थी. मीडिया में खबरे आने के बाद बलात्कार के आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर खुलेआम घूम रहा था और यूपी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी थी, हाई कोर्ट के कड़ी टिप्पणी और आदेश के बाद बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर को ग्रिफ्तार किया गया था. भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ उन्नाव के माखी थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 366, 376, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और दुष्कर्म के इस पुरे आरोप की जाँच सीबीआई कर रही है.
पीड़िता के पिता की मौत पहले ही संदेहश्पद स्थिति से पुलिस कस्टडी में हो गयी थी. मीडिया में छपी ख़बरों के अनुसार पीड़िता के पिता की मौत कुलदीप सेंगर के भाई और उसके आदमियों द्वारा गंभीर रूप से पिटाई और बाद में पुलिस द्वारा लगातार की गयी लापरवाही के कारन हुई. अब जबकी इस मामले की सुनवाई होने वाली है तब इस तरह से इस केस से जुड़े सभी गवाहों और पीड़िता का दुर्घटनाग्रस्त हो जाना सवालों के घेरे में है.
समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि “उन्नाव की रेप पीड़िता के साथ रायबरेली जाते हुए हुआ हादसा गम्भीर घटना है जिसके पीछे उसकी हत्या की आशंका भी हो सकती है.” अखिलेश यादव ने रेप पीड़िता के साथ घटी घटना की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पीड़िता से मिलने लखनऊ पहुंची, मालीवाल पीड़िता के परिवार से मिलने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा “योगी आदित्यनाथ सरकार से अभी तक परिवार से मिलने कोई न आया। DGP कह रहा है की दुर्घटना थी। @myogiadityanath जी अस्पताल आओ। कुलदीप सेंगर की विधायकी छीनो।”
योगी आदित्यनाथ सरकार से अभी तक परिवार से मिलने कोई न आया। DGP कह रहा है की दुर्घटना थी। @myogiadityanath जी अस्पताल आओ। कुलदीप सेंगर की विधायकी छीनो।
SC को केस दिल्ली ट्रान्स्फ़र कर 15 दिन में सेंगर को फाँसी दिलानी चाहिए। आज वो बच गया तो देश भर की निर्भया हताश हो जाएँगी। https://t.co/9YQC8WsGcZ
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 29, 2019
इस मामले पर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कहा गया है कि पीड़ित पक्ष की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया जा रहा है. साथ ही बताया कि पीड़ित परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है.
लोक भवन मीडिया सेंटर में @adgzonelucknow श्री राजीव कृष्ण व @Igrangelucknow श्री एस के भगत ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि पीड़ित पक्ष की ओर से महेश सिंह द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर रायबरेली में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है व पूरे मामले की सीबीआई जांच की भी रिक्वेस्ट की गई है।
— Government of UP (@UPGovt) July 29, 2019