यूपी के चर्चित उन्नाव गैंगरेप केस की पीड़िता के वाहन को रविवार दोपहर रायबरेली जिले में एक ट्रक ने टक्कर मार दी. इस घटना में बुरी तरह से घायल होने के बाद पीड़िता की चाची की मौत हो गई. इसके अलावा हादसे में गैंगरेप पीड़िता, उनका वकील और एक अन्य रिश्तेदार गंभीर रूप से घायल हुए, जिसके बाद सभी को हालत बिगड़ने पर दोनों को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में रेफर कर दिया गया.
Unnao rape case: Victim and 2 others injured after the vehicle they were travelling in, collided with a truck in Raebareli. More details waited. pic.twitter.com/n26TGoxpcK
— ANI UP (@ANINewsUP) July 28, 2019
मिली जानकारी के अनुसार, उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के एक रिश्तेदार अभी रायबरेली की जेल में बंद हैं. रविवार को पीड़िता अपनी चाची, वकील और एक अन्य रिश्तेदार के साथ उनसे मिलने के लिए निजी वाहन से रायबरेली जा रही थी. इसी दौरान पीड़िता की कार सुल्तानपुर खेड़ा गांव के पास एक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसा इतना भीषण था कि ट्रक की चपेट में आने के बाद पीड़िता की गाड़ी का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. इस हादसे में पीड़िता की चाची समेत चारों घायलों को जिला अस्पताल में पहुंचाया गया.
पुलिस ने बताया कि हादसे के दौरान भारी बारिश हो रही थी, जब रायबरेली के गुरबख्श गंज इलाके में उल्टी दिशा से आ रही ट्रक ने कार को सामने से टक्कर मार दी. हादसे में कार के परखच्चे उड़ गए. पुलिस ने बताया कि ट्रक को जब्त कर लिया गया है और ड्राइवरभी पकड़ में आ गया है.
Unnao rape victim road accident case: Rajiv Krishnan, ADG Lucknow Zone, says, “the truck has been seized, the driver has also been nabbed. But no FIR has been filed yet, I’ve requested them (victim’s relatives) to quickly lodge an FIR.” https://t.co/7TIKC0YWkJ
— ANI UP (@ANINewsUP) July 28, 2019
पुरे मामले में घटना को लेकर संदेश पैदा हो रहा है जिसके दो प्रमुख कारन है. पहला दुर्घटना में शामिल ट्रक का नंबर प्लेट घिसा होना तथा कोर्ट द्वारा मुहैया कराये गये सुरक्षाकर्मी का पीडिता के साथ न होना. ज्ञात हो की पीडिता ने अप्रैल 2018 में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के घर के बाहर खुद को आग लगाने की कोशिश की थी. में आत्मदाह का प्रयास किया था. जिसके बाद कोर्ट ने मामले की गंभीरता को समझते हुए यूपी पुलिस को सुरक्षा देने को कहा था.
ऐसे इस मामले में अभी कुछ कहना कयास भर होगा और जाँच के बाद ही कोई ठोस निष्कर्ष निकल पायेगा. सच्चाई जो भी हो, इस प्रकरण ने भारतीय सिनेमा में इस तरह से हुए कई मर्डर की याद जरुर दिला दी. हम उम्मीद यही कर सकते हैं इसकी निष्पक्ष जाँच होगी और सच सबके सामने होगा.
बता दें कि इसी पीड़िता ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक कुलदीप सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था, पीड़िता के पिता की मौत कथित रूप से कुलदीप सेंगर के भाई द्वारा गंभीर रूप से पिटाई के बाद हो गई थी. लड़की के पिता पर पुलिस ने आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था और दो दिनों तक हिरासत में रखा था, जहाँ संदेहास्पद अवस्था में उनकी मौत हो गयी थी. भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ उन्नाव के माखी थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 363, 366, 376, 506 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज है और दुष्कर्म के इस पुरे आरोप की जाँच सीबीआई कर रही है.