भारतीय महिला हॉकी टीम को टोक्यो ओलंपिक का मिला टिकट

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भारत ने अमरीका के ख़िलाफ़ ओलंपिक क्वालिफायर के दो चरणों के मैच में गोल अंतर के आधार पर टोक्यो ओलंपिक 2020 में अपनी जगह पक्की की.

हालांकि भारतीय महिला हॉकी टीम शनिवार को खेले गए दूसरे चरण के मैच में अमरीका से 4-1 से हार गई. लेकिन पहले चरण के मैच में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अमरीका को 5-1 से हराया था, इसलिए गोल अंतर भारतीय महिला टीम के पक्ष में गया.

दोनों मैच में गोल अंतर के आधार पर भारतीय महिला टीम 6-5 से आगे रही.

शनिवार को भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में भारतीय महिला हॉकी टीम की सांस खेल के 48वें मिनट तक गले में अटकी रही क्योंकि तब तक अमरीकी टीम 4-0 की मज़बूत बढ़त के साथ मैच पर अपना नियंत्रण बनाए हुए थी.

अमरीकी टीम को ओलंपिक का टिकट हासिल करने के लिए केवल एक और गोल की ज़रूरत थी, लेकिन खेल के 48वें मिनट में भारत की कप्तान रानी रामपाल को ‘डी’ में गेंद मिली और उसके बाद उन्होंने अमरीकी गोलकीपर को छकाते हुए गोल कर दिया.

बस यही गोल भारतीय महिला टीम के लिए ब्रहास्त्र साबित हुआ. इसके बाद भारतीय टीम ने पूरे जोश और होश के साथ अमरीकी टीम का सामना किया और उसे कोई और गोल नहीं करने दिया.

इसके पहले अमरीका की अमांडा मागदान ने खेल के पांचवे मिनट में पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में सन्नाटा फैला दिया.

इसके बाद 14वें मिनट में अमरीकी कप्तान कैथरीन शर्के ने मैदानी गोल कर बढ़त 2-0 कर दी. अमरीका के लिए तीसरा गोल 20वें मिनट में एलीसा पार्कर ने किया. चौथा और आखिरी गोल 28वें मिनट में अमांडा मागदान ने किया.

लगातार चार गोल खाकर भारतीय महिला टीम ने रक्षात्मक रणनीति अपनाते हुए अमरीका के काउंटर अटैक को लगातार विफल किया.

जो भी हो आखिरकार भारतीय महिला टीम ने एक गोल कर जैसे तैसे अपनी जान बचाई और गोल अंतर के आधार पर ओलंपिक में जगह बनाने की अपनी पहली चुनौती पार की.