मीडिया और एंकरों पर किसी ख़ास पार्टी के समर्थन और राजनीतिक पार्टीयों के लिए काम करने का आरोप पहले भी लगता रहा है, ये कोई नई बात नहीं है; लेकिन जिस प्रकार से मीडिया के लोग सरेआम किसी एक पार्टी का समर्थन और उसके विरोधी पार्टियों पर हमला आज कर रहे हैं ये पहले नहीं के बराबर था. ये एक नई प्रचलन है जिसमें आपको TV चैनल के एंकर और शीर्ष के रिपोर्टर कभी कभी किसी ख़ास पार्टी के प्रवक्ता के तरह बात करते हुए दिख सकते हैं और इसी कारण ऐसे मीडिया पर गोदी मीडिया होने का आरोप लगता है.
ऐसा ही एक एंकर हैं निशान्त चतुर्वेदी अगर आप आजतक देखते हैं तो आपने इसे ज़रूर देखा होगा. निशान्त चतुर्वेदी बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा नरेंद्र मोदी पर किए टिप्पणी को पचा नहीं पाया और ट्वीट कर राबड़ी देवी को नीचा दिखाने का कोशिश किया, निशान्त चतुर्वेदी की ऐसी प्रतिक्रिया पर बहुत से नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों ने विरोध जताया. लेकिन सबसे करारा जवाब ख़ुद राबड़ी देवी के ट्विटर अकाउंट से दिया गया. पहले जानते हैं आख़िर क्या था राबड़ी देवी का ट्वीट जिसे आजतक के एंकर के लिए पचाना मुश्किल हो गया.
मोदी कल लीची के शहर मुज़फ़्फ़रपुर आए थे लोगों ने उनके आम खाने के तरीक़े के बाद पूछा कि लीची कैसे खाते है?
काटकर, चूसकर या वाश-बेसिन पर खड़ा होकर? पीएम ने जवाब ही नहीं दिया क्योंकि पूछने वाला कोई हीरो-हिरोइन नहीं था? जवाब नहीं सूझा क्योंकि सवाल पूर्व निर्धारित और नियोजित नहीं था।
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) May 1, 2019
राबड़ी देवी के इस बयान के बाद आजतक के सम्पादक और एंकर निशान्त चतुर्वेदी ने मखौल बनने के इरादे से ये ट्वीट किया, ज़ाहिर है की ये कोई कटाक्ष नहीं बल्कि चतुर्वेदी के अज्ञानता और अहंकार को दिखता है. हालाँकि राबड़ी देवी ने चतुर्वेदी को उसी के भाषा में जवाब भी दिया.
बेटा तेरे जैसे पतलकारों को बहुत पसीना पोंछवाया है। वोट की ताक़त से लोकतांत्रिक तरीक़े से 8 साल देश के दूसरे सबसे बड़े सूबे (बिहार-झारखंड) की मुख्यमंत्री रही हूँ।
मोदी से सवाल पूछा तो तोहार पेट में मरोड़े क्यों छूटे? तबियत ठीक बा नू.. https://t.co/vCdoArA4IC
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) May 2, 2019
आजतक देश के प्रमुख हिंदी न्यूज़ चैनल है, क्या ऐसे न्यूज चैनल के एंकर और एडिटर की इतनी जानकारी नहीं है की नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट का संचालन कैसे होता है? क्या पीएम मोदी या कोई भी अन्य बड़े नेता ख़ुद अपना सोशल मीडिया अकाउंट चलते हैं?
अगर इतने बड़े मीडिया हाउस के सम्पादक ऐसी बात करने लगे तो क्या अंतर रह जाएगा, सोशल मीडिया पर फ़ेक अकाउंट बनाकर नेताओं के अन्ध्भक्ति में लगे ट्रोल करने वाले लोगों में और मीडिया कर्मियों में? राबड़ी देवी द्वारा मोदी पर किए टिप्पणी के जवाब में ये था निशान्त चतुर्वेदी का ट्वीट.
अच्छा जी राबड़ी देवी जी भी ट्वीट करती है 🤔
कोई इनसे बोले कि ये बस तीन बार ट्विटर बोलकर बता दें 🤗#LoksabhaElections2019 #Bihar #lalu https://t.co/jQs0VwQptr
— Nishant Chaturvedi (@nishantchat) May 2, 2019
ज़्यादातर लोगों को पता है की सभी राजनीतिक पार्टियों का अपना सोशल मीडिया की टीम होती है जो पार्टी के प्रमुख नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट को संचालन करती है या संचालन में मदद करती है. सम्पादक जी क्या आपको लगता है मोदी जी ख़ुद ट्वीट करते हैं, एक तरफ़ उनका भाषण चल रहा होता है और दूसरी ओर उनका ट्वीट आता रहता है. ऐसा नहीं होता है और ये बहुत मुश्किल भी है क्योंकि बड़े नेताओं के पास इतना टाइम नहीं होता है की वो ट्विटर या फेसबूक पर अपना पोस्ट डालते रहें.
कुछ सामान्य बातें और जानकरियाँ सोशल मीडिया टीम ख़ुद शेयर करती है और जो भी नेताओं के बयान या जवाब होते हैं उसे नेताओं द्वारा सोशल मीडिया टीम को बताया जाता है समझाया जाता है जिसके बाद सोशल मीडिया टीम के लोग उसे सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं. और यही कारण है की STRENGTH को STREANH बताने वाले लोग भी सोशल मीडिया पर एकदम कड़क अंग्रेजी लिखते हैं.
“आज तक” इंडिया टुडे ग्रूप के अंतर्गत आने वाला एक हिंदी न्यूज़ चैनल है, इंडिया टुडे के अंतर्गत ऐसे कई और भी न्यूज़ चैनल, वेबसाइट, और पत्रिका है. दिलीप मंडल इंडिया टुडे में मैनेजिंग एडिटर रहे हैं और वो बताते हैं की निशान्त चतुर्वेदी उनके जूनियर रहे हैं, दिलीप मंडल ने भी चतुर्वेदी के इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया शेयर किया. हालाँकि दिलीप मंडल का ट्विटर अकाउंट सत्यापित नहीं है लेकिन कई प्रमुख समाचार एजेन्सी ने इस हैंडल के हवाले से ख़बर किया है.
निशांत मेरे जूनियर रहे हैं. जी न्यूज में स्क्रीन के नीचे चलने वाला टिकर चलाया करते थे. मुझे नहीं पता था कि वे इस कदर महिला विरोधी और पिछड़ा विरोधी हैं. ग्रामीण महिलाओं के प्रति उनके मन में इतना बुरा भाव क्यों पल रहा है, इस पर उन्हें विचार करना चाहिए. उनमें अज्ञान का अहंकार है. https://t.co/eNb4IgmkIS
— Dilip Mandal (@dilipmandal) May 2, 2019
इंडिया टुडे के मैनेजिंग एडिटर रहे दिलीप मंडल ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर निशांत चतुर्वेदी का जैसे पोल खोल कर दिया, देखें ये ट्वीट.
2011 में बहन मायावती के खिलाफ की गई आज तक के संपादक निशांत चतुर्वेदी की गई अभद्र टिप्पणी.
उस समय सोशल मीडिया में गैर-सवर्ण कम थे. उस समय चल गया. अब निशांत ने राबड़ी देवी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की है. आजपब्लिक @nishantchat को पटक-पटक कर धो रही है. सारा मैल छुड़ा रही है pic.twitter.com/QXk1AU7gpy
— Dilip Mandal (@dilipmandal) May 3, 2019
आज तक के संपादक निशांत चतुर्वेदी ने राबड़ी देवी @RabriDeviRJD और बहन @Mayawati के खिलाफ जो अभद्र टिप्प्णियां की हैं, उसकी शिकायत आप आज तक के मालिक अरुण पुरी से इस मेल आईडी पर कर सकते हैं. [email protected] pic.twitter.com/mLU1Byq75T
— Dilip Mandal (@dilipmandal) May 3, 2019
आज तक का संपादक निशांत चतु्र्वेदी @nishantchat तो पूरा चरस है. आज तक पर अब तक उसने जातिवादी भावना से कितना कुछ बोला-दिखाया होगा. कितनी कड़वाहट फैलाई होगी समाज में. संविधान विरोधी है. @yadavtejashwi @sanjuydv @RabriDeviRJD @Mayawati https://t.co/sWCh93jyol
— Dilip Mandal (@dilipmandal) May 3, 2019
NDTV के जानेमाने एंकर रविश कुमार ने फेसबूक पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा “ये आज तक के एंकर हैं। राबड़ी देवी के ट्विटर अकाउंट का माखौल उड़ा रहे हैं। पूछ रहे हैं कि ट्विटर का तीन बार उच्चारण कर सकती हैं या नहीं। राबड़ी देवी की राजनीति से असहमत हुआ जा सकता है। विरोध भी सही है। मगर इस तरह का मज़ाक़ करने का अधिकार बोध चतुर्वेदी जी को जाति के सामाजिक अहंकार और गोदी मीडिया के चापलूस होने से आता है।”
परेश रावल ट्विटर पर सबसे सक्रिय रहने वाले नेताओं में से एक हैं ऐसे में वो कैसे इस बयानबाज़ी में पीछे रहते, परेश रावल ने राबड़ी देवी के लीची वाले बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा “पर चारा तो कही भी कैसे भी खा सकते है ।” लेकिन, राबड़ी देवी ने परेश रावल को उन्ही के भाषा में जवाब देते हुए कहा “तुम रील ही नहीं रीयल लाइफ में भी जोकर हो”
5 साल एक्टिंग बहुत हो गयी अब मुद्दे की बतियाई। तुम रील ही नहीं रीयल लाइफ़ में भी जोकर हो। चारा तो कहीं भी, कैसे भी..यानि खड़े होकर, बैठकर या चलते-फिरते भी खाया जा सकता लेकिन तुम्हारे गुजराती चाचा राफ़ेल को कब, कैसे, कहाँ और क्यों चबा गए? लोहा वो भी बम समेत चबा गए। गज़ब गुजराती है https://t.co/OfkkvVTYhP
— Rabri Devi (@RabriDeviRJD) May 2, 2019
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने माँ पर हुए इस टिप्पणी के लिए इंडिया टुडे ग्रूप के चेयरमैन Aroon Purie और आजतक समेत अन्य TV चैनल के न्यूज़ डायरेक्टर Supriya Prasad को ट्वीट करते हुए उनके एक एंकर के द्वारा इस प्रकार की टिप्पणी पर सवाल उठाया और माँफी माँगने की सलाह दी जिसके जवाब में निशांत चतुर्वेदी ने माँफी माँगा.
Dear @aroonpurie ji, Do you really endorse the classist, racist, xenophobe and casteist remark by your editor? Don’t you think he must apologise for it?@supriyapd Do you really have such unfairly prejudiced people working in your organisation @aajtak ? https://t.co/cvpG0Ph6Bg
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 2, 2019
Dear @yadavtejashwi ji,i had no intent to disrespect your or anyones mother,I m rather surprised that people r spending so much time on misinterpreting a tweet to the disrespect of a mother,lady or even finding a caste angle in it.Sincere apologize but please do not misinterpret
— Nishant Chaturvedi (@nishantchat) May 3, 2019
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कई अन्य ट्वीट भी सामने आए जिसमें कुछ प्रमुख ट्वीट इस प्रकार है.
बिहार की CM रही सीनियर नेता @RabriDeviRJD को शर्मिंदा करने की @AshwiniKChoubey और पत्रकार @nishantchat की कोशिशें तो यही साबित करते हैं कि वे लोकतंत्र और राजनीति को भी वर्ण व्यवस्था समझ बैठे हैं, जहां 'उनके' वर्ण के मर्दों के सिवा सबकी एंट्री बंद हो! वो दुनिया अब नहीं रहा जी! https://t.co/6WmCsIWIZR
— Kavita Krishnan (@kavita_krishnan) May 3, 2019
अबे मनूवादी
व्याकरण मत देख अंतःकरण देख
एक नेता
एक पत्नी
एक माँ
एक स्त्री
एक बेहेन
राबडी देवीजी के ट्विट में नजर आती है
आप जैसे मनू के भक्तो ये कैसे समजेगा@yadavtejashwi https://t.co/1YRDsGNcSu— Dr.Jitendra Awhad (@Awhadspeaks) May 3, 2019
These Anchors are actually display on News channel's to attract more advertisement from Govt and BJP. Ofcourse they endorse such castiest and chauvinist post otherwise they would have taken some action or @nishantchat would have apologized for that. https://t.co/7tC3TpgddA
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) May 3, 2019