बीते शुक्रवार शाम को बिहार के भागलपुर के बबरगंज थाना क्षेत्र के अलीगंज इलाके में ज़बरदस्ती का विरोध करने पर 12वीं की छात्रा को तेजाब से नहला दिया. यह शर्मनाक और निर्मम घटना छात्रा के घर में उसके माँ के सामने हुआ. शुक्रवार 19 अप्रैल की शाम को कुछ अपराधियों ने एक घर में घुसकर इंटर में पढ़ने वाली लड़की से छेड़छाड़ की कोशिश किया जब लड़की और घर में मौजूद उसकी माँ ने इसका विरोध किया तो सनकी अपराधियों ने माँ को हथियार के बल पर रोक लिया और 16 साल की इस लड़की को तेज़ाब से नहला दिया. छात्रा गम्भीर हालत में अस्पताल में भर्ती है, बताया जा रहा है की लड़की का चेहरा समेत शरीर के सामने का पूरा हिस्सा बुरी तरह तेज़ाब से जल गया है.
पीड़िता के परिजनों का कहना है कि अपराधियों ने पहले छात्रा के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की. फिर बाद में छात्रा और उसकी मां द्वारा विरोध किये जाने पर अपराधियों ने छात्रा पर एसिड फेंक कर उसके चेहरे समेत सीने और पेट के अधिकांश हिस्से को बुरी तरह से जला दिया.
पीड़िता की मां ने कहा, “तेजाब और हथियार लिए युवक रसोई घर में घुस आए और 16 वर्षीय बेटी के साथ छेड़खानी करने लगे. मैंने जब इसका विरोध किया तो हथियार के बल पर मुझे रोक कर बेटी पर तेजाब डाल दिया.”
ऐसिड अटैक के बाद पीड़ित लड़की ने चीख़ना शुरू किया जिसे सुन महौल्ले वाले घर के बाहर जमा हो गए. लोगों की मदद से छात्रा को तत्काल स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. जहाँ पीड़िता की नाज़ुक हालत को देखते हुए वाराणसी के राशमन बर्न अस्पताल ले जाया गया.
इस पूरे मामले में मुख्य आरोपी प्रिंस भगत को पोलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है, और उसके एक साथी राजा यादव को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
भागलपुर एसएसपी ने प्रेस कान्फ्रेंस कर बताया कि इस घटना के कुछ देर पहले प्रिंस समेत तीन-चार लड़के छात्रा के मकान के पास खाली जमीन में बैठकर नशा कर रहे थे. शाम करीब साढ़े सात बजे प्रिंस के घर से ही तीनों बदमाश छात्रा के छत पर चढ़कर सीढ़ी के रास्ते घर में घुसे थे. तीनों नकाबपोश थे. इससे साफ जाहिर है कि बदमाश स्थानीय थे और चेहरा छुपाने के लिए चेहरे पर नकाब डाल लिया था. मौके पर प्रिंस भी मौजूद था. जांच के दौरान प्रिंस के घटना में शामिल होने की पुष्टि के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है.
एसएसपी ने आगे कहा कि सिटी एसपी एसके सरोज के नेतृत्व में एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टीगेटिव टीम) का गठन किया गया है. टीम में सिटी एसपी राजवंश सिंह, मोजाहिदपुर इंस्पेक्टर राम इकबाल प्रसाद यादव, हबीबपुर इंस्पेक्टर अली साबरी, बबरगंज प्रभारी मिथिलेश कुमार चौधरी, साइबर सेल के राकेश कुमार और रजी अहमद को शामिल किया गया है.
यह घटना दर्शाता है किस प्रकार बिहार में अपराधियों की बाहर है खुदको सुशासन बाबू बताने वाले नीतीश कुमार ने अपने इस कार्यकाल में बिहार को जंगल राज से भी बत्तर हालत में ला दिया है जहाँ महिलाएँ/लड़कियाँ सुरक्षित नहीं है, दिन दहारे हत्या और बलात्कार की घटनाएँ आम हो गयी है, हालात ऐसी है की शेल्टर होम में भी बच्चियाँ सुरक्षित नहीं है. तभी सुप्रीम कोर्ट ने मुज्जफ्फरपुर शेल्टर होम मामले की सुनवायी के दौरान बिहार सरकार के लचर रवैये पर तंज कसते हुए कहा था हम सरकार नहीं चला रहे है लेकिन हम ये जानना चाहते हैं कि आप कैसे सरकार चला रहे हैं? कम से कम बच्चों को तो बख्श दीजिए.
भागलपुर की घटना हाल की कोई एक मात्रा घटना नहीं है शुक्रवार की शाम 12वीं की छात्रा पर घर में ज़बरन घुसकर छेड़छार और तेज़ाब से हमला की घटना के 24 घंटे के अंदर तेज़ाब अटैक की और और घटना हुई भागलपुर से क़रीब 350 और बिहार की राजधानी से क़रीब 150 किलोमीटर दूर गोपालगंज में हुई है.
गोपालगंज के मीरगंज थाना क्षेत्र के कांधगोपी मध्य विद्यालय तथा जीन बाजार के बीच सुनसान रास्ते पर स्कूटी से जा रही आशा कार्यकर्ता को हेलमेट पहने दो बाइक सवार युवकों ने तेजाब फेंक कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया. घटना के बाद सड़क पर गिरी आशा कार्यकर्ता को लोगों ने उठाया और इलाज के लिए उचकागांव अस्पताल में भर्ती कराया। पीडि़ता संघ की जिला कोषाध्यक्ष भी है. शनिवार की सुबह मतदाता जागरूकता कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह पंचायत भवन गई थी.