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CAA व NRC को लेकर देशभर में चल रहा गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। संसद से पास कानून का विरोध करने वाले पहले ही तमाम मर्यादाओं को लांघ चुके हैं। विरोध के ये स्वर जिन्ना वाली आजादी से आगे बढ़कर अब कौम के नाम पर किसी भी देश को बर्बाद करने की धमकी तक पहुंच चुके हैं।
फैजुल हसन AMUSU के पूर्व अध्यक्ष: सब्र की अगर सीमा देखना चाहते हैं तो 1947 के बाद 2020 तक हिंदुस्तानी मुसलमानों के सब्र की सीमा देखिए। कभी कोशिश नहीं की कि हिंदुस्तान टूट जाए वरना हम उस कौम से हैं कि अगर बर्बाद करने पर आए तो छोड़ेंगे नहीं किसी देश को इतना गुस्सा है। https://t.co/cdynhDubfm pic.twitter.com/VM6WJJ2Hm6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 23, 2020
उत्तर प्रदेश की नामी अलीगढ़ मुस्लिम विवि (AMU) में CAA के खिलाफ चल रहे छात्र आंदोलन के दौरान पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष फैजुल हसन का देश विरोधी बयान सामने आया है। छात्र नेता ने कहा है कि दुनिया में कहीं सब्र देखना है, तो हिंदुस्तान के मुसलमानों का देखिए। 1947 से 2020 तक मुसलमान सब्र कर रहा है कि हिंदुस्तान टूट ना पाए। हम उस कौम से हैं, अगर बर्बाद करने पर आ गए तो छोड़ेंगे नहीं, किसी भी देश को खत्म कर देंगे। इस बयान को उत्तर प्रदेश पुलिस को ट्वीट किया गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई शुरू नहीं हुई है। बाद में मीडिया से बातचीत में फैजुल हसन ने इस बयान पर सफाई भी दी है।
परंतु सफाई आने से पहले यह प्रमुख समाचार पत्रों में छापा जा चुका था। इस तरह के बयान से आंदोलन का कितना फायदा या नुकसान होगा वक्त बतायेगा परन्तु इससे साफ़ होता है कि कुछ लोग विरोध को ब्लैकमेल की तरह ले जा रहे हैं।