कल हमने फ़ेक न्यूज़ पर एक एक पोस्ट लिखा था, जिसमें हमने बताने का प्रयास किया था की किस प्रकार देश की राजनीतिक पार्टियों और इनके कार्यकर्ताओं द्वारा तरह-तरह के फ़ेक न्यूज़ को इंटेरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाय जा रहा है जो सूचना और समाज दोनों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बन गयी है.
किसी राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता या समर्थक अगर ऐसे काम करे तो पार्टियाँ बहाना बना सकती है लेकिन जब देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी जिससे सत्य और अहिंसा के पुजारी खुद महात्मा गांधी का नाम जुड़ा है अगर वो झूठी और फर्जी ख़बरें शेयर करे तो निश्चित रूप से शर्मनाक बात है.
में बात कर रहा हूँ कांग्रेस पार्टी की, कांग्रेस ने दावा किया था की भाजपा और पीएम मोदी द्वारा सैनिकों का नाम लेकर लोकसभा चुनाव प्रचार प्रसार किया जा रहा है और इसी से दुखी होकर 156 वरिष्ठ सैनिकों ने राष्ट्रपति को एक पत्रा लिखा है जिसमें पूर्व सेना अध्यक्ष रिटायर्ड जनरल एसएस रोड्रिग्ज का भी नाम है. लेकिन, पूर्व सेना अध्यक्ष रिटायर्ड जनरल एसएस रोड्रिग्ज (General SF Rodrigues) ने ANI को बताया की उन्होंने ऐसा कोई ख़त नहीं लिखा है और ना हीं ऐसे किसी पत्र पर हस्ताक्षर किया है.
#WATCH Goa: General SF Rodrigues who is mentioned as the first signatory in the purported letter written by armed forces veterans to President, denies signing it. pic.twitter.com/h1PNBCV909
— ANI (@ANI) April 12, 2019
पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्विटर पर अपने एक बयान में यह दावा भी किया कि भाजपा ने जिस तरह से बालाकोट हवाई हमले का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए किया है उससे पूर्व सैनिकों को राष्ट्रपति को पत्र लिखना पड़ा.
We express solidarity with the 156 veterans who have pointed out that the blood and sacrifice of our Armed Forces should not be used as a political pamphlet to seek votes.@INCIndia statement on the letter written by Army veterans. pic.twitter.com/IdQtwVb9ZX
— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) April 12, 2019
पत्र पर जिन लोगों के हस्ताक्षर हैं उनमें पूर्व सेना प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) एसएफ रोड्रिग्ज, जनरल (सेवानिवृत्त) शंकर रॉयचौधरी और जनरल (सेवानिवृत्त) दीपक कपूर, भारतीय वायु सेना के पूर्व प्रमुख एयर चीफ मार्शल (सेवानिवृत्त) एनसी सूरी शामिल हैं.