सम्बलपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हेलीकॉप्टर की कथित रूप से जांच करने के लिए निर्वाचन आयोग ने ओडिशा के जनरल पर्यवेक्षक को बुधवार (17 अप्रैल) को निलंबित कर दिया. आयोग की तरफ से जारी आदेश के अनुसार, कर्नाटक कैडर के 1996 बैच के आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने एसपीजी सुरक्षा से जुड़े निर्वाचन आयोग के निर्देश का पालन नहीं किया. कहा जा रहा है की अचानक हुई चेकिंग की वजह से प्रधानमंत्री मोदी को 15 मिनट का इंतजार करना पड़ा था.
#Odisha: Election Commission of India suspends with immediate effect General Observer Mohammed Mohsin for acting contrary to the instructions of the Commission concerning SPG protectees. He will be posted at Sambalpur till further orders. pic.twitter.com/1PB8IODqTS
— ANI (@ANI) April 17, 2019
जिला कलेक्टर और पुलिस महानिदेशक की रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने सम्बलपुर के जनरल पर्यवेक्षक को घटना के एक दिन बाद निलंबित कर दिया गया. घटना मंगलवार (16 अप्रैल) को हुई. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सम्बलपुर में प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की जांच करना निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत नहीं था. एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को ऐसी जांच से छूट प्राप्त होती है.
कांग्रेस ने आज सुबह इस मामले मीन प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी के आधिकारिक हैंडल से एक ट्वीट किया. कांग्रेस ने कहा, चुनाव आयोग ने एक अधिकारी को वाहनों की जांच का उसका काम करने के लिए निलंबित कर दिया गया. प्रचार में इस्तेमाल होने वाले वाहन नियमों के दायरे में आते हैं. प्रधानमंत्री के वाहन को तलाशी से छूट नहीं मिलती; मोदी हेलिकॉप्टर में ऐसा क्या ले जाते हैं जो वो भारत को देखने देना नहीं चाहते.
An official was suspended by ECI for doing his job of inspecting vehicles.
The rule cited governs the use of official vehicles for campaigning. It 𝑫𝑶𝑬𝑺 𝑵𝑶𝑻 exempt PM’s vehicle from being searched.What is Modi carrying in the helicopter that he doesn’t want India to see? pic.twitter.com/apDdhgSMJB
— Congress (@INCIndia) April 18, 2019
बता दें कि चुनाव आयोग की तरफ से नियुक्त सामन्य पर्यवेक्षक ने ओडिशा के मुख्यमंत्री और बीजेडी पार्टी के मुखिया नवीन पटयानक के हेलिकॉप्टर की भी जांच की थी.