पर्चा विवाद पर गंभीर ने केजरीवाल, सिसोदिया और आतिशी को मानहानि का नोटिस भेजा

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हम लगातार अपने पिछले कई लेखों में इस बात की चर्चा कर चुके हैं की इस लोकसभा चुनाव में सभी पक्षों के नेताओं द्वारा जिस प्रकार से अभद्र और अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग अपने विपक्षी पार्टियों के लिए किया जा रहा है, वो आज़ाद भारत के राजनीतिक इतिहास का एक नया न्यूनतम है. ऐसे हीं एक अमर्यादित भाषा वाले पर्चे बँटवाने के लिए पूर्वी दिल्ली (East Delhi) के भाजपा प्रत्यासी गौतम गंभीर पर आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाय है, आम आदमी पार्टी का कहना है की गम्भीर ने पार्टी की उम्मीदवार आतिशी मार्लेना (Atishi Marlena) के खिलाफ न्यूज पेपर के साथ अभद्र टिप्पणी वाले पर्चे बँटवाए हैं.

बता दें की आम आदमी पार्टी के अनुसार गौतम गम्भीर ने ये पर्चा लोकसभा क्षेत्रों में बटवाया है जिसमें आतिशी मार्लेना के बारे में अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, यहाँ तक की गालियाँ भी लिखी गयी है. आम आदमी पार्टी इसे महिला अपमान से ज़ोर कर देख रही है और महिला आयोग तक जाने की बात कर रही है. वहीं भारतीय क्रिकेट टीम की पूर्व खिलाड़ी इसे उन्हें बदनाम करने की साज़िश बता रहे और चुनौती दे रहे इसे साबित करने कि; गौतम गम्भीर ने ये तक कहा की अगर ये साबित हो जाता है की वो पर्चे उन्होंने बटवाए हैं तो वे अपना नामांकन वापस ले लेंगे साथ हीं उन्होंने केजरीवाल से पूछा अगर साबित नहीं हुआ तो क्या आप रजनीति छोड़ दोगे? ये सवाल किया है गौतम गम्भीर ने अपने ट्वीट के माध्यम से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से.

गंभीर ने अपने एक और ट्वीट में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को एक और चुनौती देते हुए कहा, “अगर मेरे ऊपर लगे आरोप सही साबित होते हैं या उस अभद्र भाषा में लिखे पर्चे से मेरा कुछ भी संबंध हुआ तो मैं खुद को सबके सामने फांसी लगा लूंगा. अगर मैं आरोपी साबित नहीं हुआ तो क्या अरविंद केजरीवाल राजनीति छोड़ देंगे. मंजूर है?”

गौतम गंभीर देश के जाने माने क्रिकेट खिलाड़ी रहे हैं और देश की क्रिकेट में उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है, गौतम गंभीर जाने जाते हैं अपने बल्लेबाज़ी के लिए और वहीं खेल के दौरान उनके आक्रामकता की भी समय समय पर चर्चा होती रही है, गंभीर लगातार सोशल मीडिया में देश से जुड़े मुद्दों पर भी खुलके अपना भाव राजनीति में आने के बहुत पहले से रखते रहे हैं.

आक्स्फ़र्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ी आतिशी मार्लेना दिल्ली के शिक्षा मंत्री मानिस सिसोदिया के साथ दिल्ली की शिक्षा वेवस्था को दुरुस्त करने के लिए काफ़ी नज़दीकी से काम किया है जिसे बहुत सराहा भी जा रहा है.

क्या गौतम गंभीर ने सही में वो पर्चे बटवाए या केजरीवाल की पार्टी का आरोप झूठा है इसका फैसला जाँच होने के बाद ही किया जा सकता है लेकिन गंभीर ने जिस तरह से खुली चुनौती दी है उसे देखते हुए लग रहा है ये मामला अभी शांत होने वाला नहीं है.

पहली झलक में ये मानना मुश्किल लगता है गौतम गंभीर क्या कोई भी पार्टी ऐसे कर सकती, कोई बयान देना एक अलग बात है लेकिन ऐसे पर्चे बँटवाना वो भी चुनाव के ठीक पहले, मनाने वाली बात नहीं लगती. ऐसा या तो तभी हो सकता है जब गौतम गंभीर और उनकी पार्टी बदनाम होना चाह रही हो, और ऐसा माना नहीं जा सकता की चुनाव के ठीक पहले कोई पार्टी खुदको बदनाम करने का प्रयास करे.

इस मामले के सामने आने के बाद ट्विटर पर कई क्रिकेटरों की प्रतिक्रिया आयी है, मशहूर क्रिकेटर हैं, सिंह ने कहा है ‘मैं कल के उस घटनाक्रम से हतप्रभ हूं, जिसमें गौतम गंभीर का नाम लिया जा रहा है. मैं उन्‍हें अच्‍छी तरह जानता है और वह किसी महिला के लिए कभी भी ऐसी आपत्तिजनक भाषा का इस्‍तेमाल नहीं कर सकते. वह जीतें या हारें, यह अलग बात है, लेकिन वह शख्‍स इस सबसे ऊपर है’.

वहीं पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने भी ट्वीट कर गंभीर पर लग रहे आरोपों का बचाव किया है लक्ष्मण ने ट्वीट किया, ‘कल (गुरुवार) की बातों के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. गौतम गंभीर को करीब 2 दशकों से जानता हूं, इसलिए मैं उनकी ईमानदारी, उनके चरित्र और महिलाओं के प्रति उनके मन में सम्मान की गारंटी ले सकता हूं.

गौतम गंभीर ने आम आदमी पार्टी के नेताओं (केजरीवाल, सिसोदिया और आतिशी) को मानहानि का नोटिस भेजा है, गंभीर ने कहा “जो भी हुआ, मैं उसकी निंदा करता हूं. मैं उस परिवार से आता हूं, जहां मुझे महिलाओं की इज्जत करना सिखाया गया है. मुझे नहीं पता था कि अरविंद केजरीवाल इतने नीचे चले जाएंगे. इसलिए मैंने मानहानि का केस किया है। हम इस हद तक कभी नहीं गिर सकते, जहां तक आप नेता जा रहे हैं.”