क्या बिहार में फिर से जंगल राज लौट गया है, क्यों बिहार के हर छोटे बड़े शहर में वासेपुर जैसे हालात है. पिछले बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मोदी ने कहा था अगर इस बार नीतीश कुमार की सरकार आती है तो बिहार में फिर से जंगल राज आएगा जिसे भाजपा और उनके नेताओं ने जंगल राज 2 का नाम दिया, क्या मोदी और भाजपा की कही बात सही साबित हो रही है, वो भी तब जब राज्य में भाजपा खुद सरकार का हिस्सा है.
बिहार में अपराध और कानून व्यवस्था के जर्जर हालत देख कर ऐसा लग रहा है जैसे राज्य में कानून व्यवस्था अब वर्तमान मुख्यमंत्री और सुशासन बाबू के नाम से विख्यात नीतीश कुमार के पकड़ से बाहर हो गया है.
और ये साफ-साफ दिखता है बिहार के खबरों को पढ़कर और वहां के लोगों से बात करके.
फिर से दिन दहाड़े लूट, चोरी, और हत्याओं के मामले सामने आ रहे हैं. अपराधी बेखौफ आम लोगों को निशाना बना रहा और सरकार जैसे सहमी हुई है, सरकार की कमजोरी का पता इसी बात से लगाया जा सकता है कि बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने एक सभा में कहा कि “मैं अपराधियों से अपील करता हूँ कम से कम पितृ पक्ष के समय अपराधी गतिविधि ना करें”.
सुशील कुमार मोदी ना कोई मामूली नेता हैं और ना किसी मामूली पद पर हैं. मोदी बिहार भाजपा के सबसे बड़े नेता हैं और राज्य के दूसरे सबसे बड़े पद पर कार्यरत हैं और इसके बाद भी ऐसी संवेदनहीन बयान, वो भी राज्य के नागरिक के अपराधियों के हाथों जान गंवाने के बाद.
मधेपुरा में बंदूक दिखा चिकित्सक से 25 हजार की लूट:
सुशासन बाबू के के कानून व्यवस्था पर तमाचा जड़ता हुआ ये घटना बिहार के मधेपुरा जिले की है जहाँ दिन दहाड़े अपराधी बेखौफ तमंचा दिखा लूट पाट की घटना को अंजाम दे रहे. वैसे तो मधेपुरा ज़िला हमेशा से चर्चा में रहा है लालू प्रसाद यादव और शरद यादव के चुनावी जंग और सबसे लेट लतीफ बी एन मंडल यूनिवर्सिटी के लिए पर ये वीडियो सामने आने के बाद इसकी तुलना वासेपुर से की जा रही है और लोग इस विडियो और खबर को बढ़ चढ़ कर सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.
ये घटना है मधेपुरा के कॉलेज चौक स्थित राजा कॉम्प्लेक्स की है, जहां एक युवक वहाँ स्थित एक मेडिकल स्टोर में बंदूक का भय दिखाकर लूट की घटना को अंजाम दिया और तमंचा लहराते हुए वहाँ से फरार भी हो गया. ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है.
न्यूज़ 18 के अनुसार अपराधी कॉम्प्लेक्स के मालिक का बेटा है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है, हालांकि अपराधी अभी भी फरार है जिसकी तलाश जारी है|
लेकिन ये कोई एक घटना नहीं है और वैसे भी किसी एक घटना के आधार पर किसी निर्णायक बात पर पहुँचना भी जायज़ नहीं होगा, हाल में हुए ऐसे कई घटना को देखे तो ऐसा तो बिलकुल नहीं लगता की राज्य में क़ानून वेवस्था पर प्रशसान या बिहार के वर्तवान भाजपा-जेडीयू की सरकार की की अब कोई पकड़ बची है.
ग्राहक बन आए बदमाशों ने पिस्तौल की नोक पर बंधक बना आठ लाख लूटे:
कल यानी 26 नवंबर को राज्य के राजधानी पटना के मालसलामी थाना क्षेत्र के नगला स्थित भारत माता की गली में ग्राहक बनकर आए चार अपराधियों ने विधवा महिला व उसके पुत्र को बंधक बनाकर आठ लाख रुपये व जेवरात लूट लिये। दोपहर एक बजे के आस पास की ये घटना है जब तीन युवकों ने ग्राहक बन लकड़ी ख़रीदने के लिए अग्रिम भुगतान का बहाना बना कर विधवा पूनम देवी के घर आया और बंदूक़ दिखा घर में लूट पाट मचाया; आठ लाख रुपये, दो भर सोना व आर्टिफिशियल जेवरात निकाले.
मुजफ्फरपुर में कैश वैन से दिन के 11 बजे बंदूक़ के नोक पर 52 लाख की लूट:
22 नवंबर को मुजफ्फरपुर की एक घटना है जहाँ दिनदहाड़े अंधाधुंध फायरिंग करते हुए बैंक के ऐटीएम में कैश पहुचाने निकले वैन से 52 लाख रुपये लूट लिए। अपराधियों ने कैश वैन में मौजूद गार्ड को गोली मारी, फिर उसकी बंदूक भी छीन लिया.
घटना सरैया थाना क्षेत्र के जैतपुर ओपी के मुजफ्फरपुर-छपरा हाईवे पर नया रोड टोल प्लाजा के निकट हुई,वह भी दिन के 11 बजे के आस पास. गोली लगने से घायल कैश वैन के गार्ड बिनोद सिंह को गम्भीर अवस्था में तत्काल हीं भर्ती कराया गया, पोलिस की स्पेशल टीम इस मामले की जाँच कर रही है.
Muzaffarpur: 52 lakhs looted from a cash van by unidentified persons who also shot at its guard in Sarai area. Guard Binod Singh admitted to hospital. Two live cartridges recovered. More details awaited. #Bihar pic.twitter.com/UrWmoa7ayB
— ANI (@ANI) November 22, 2018
पुलिस के पहुँचने के पहले हीं अपराधियों ने घटनास्थल से दस किलोमीटर दूर लूट में प्रयोग किए गए चोरी के स्कोर्पियो को छोर दूसरी किसी वाहन से फ़रार हो गया. एसएसपी के निर्देश पर सरैया, जैतपुर, पारू व कांटी थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। अपराधियों के भागने की दिशा में पुलिस गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
बक्सर फिल्मी स्टाईल में दिया लूट को अंजाम:
बिहार के ही बक्सर में पुलिस की वर्दी पहनकर घूम रहे अपराधियों ने शादी से लौट रहे एक परिवार को बीच रास्ते रोककर लूट और स्कोर्पियो लेकर फ़रार हो गया. ये घटना 24 नवम्बर की है जब बक्सर के खलासी मुहल्ला के रहने वाले मुमताज अंसारी, इमरान अंसारी, लोरिक अंसारी सहित आधा दर्जन लोग अपने रिश्तेदार की शादी लौट रहे थे.
रात करीब एक बजे बक्सर-मोहनिया मुख्य मार्ग के रोहिणीभान पोलिस की वर्दी में बीच रास्ते पिकअप वैन खड़ी कर अपराधियों ने गाड़ी को रोक कर जांच करना शुरू कर दिया. पुलिस वाला समझकर सभी लोग अपराधियों का साथ देने लगे. इसी बीच अपराधियों ने हथियार दिखा कर 36 हजार रुपये लूट लिया और इसके बाद सभी लोगों को स्कॉर्पियो से बाहर निकला और स्कॉर्पियो लेकर भाग गये.
बेखौफ अपराधियों ने हथियार का भय दिखाकर पेट्रोल पंप से लूटे 2 लाख:
26 नवम्बर, सोमवार रात अपराधियों ने एक पेट्रोल पंप पर धावा बोलते हुए 2 लाख रुपए लूट लिए. वारदात को अंजाम देने के बाद वहाँ से निकलते समय अपराधियों ने पेट्रोल पंप कर्मियों के मोबाइल फोन भी छिन कर फ़रार हो गया. घटनास्थल पर मौजूद पेट्रोल कर्मियों ने लूट करने आए हथियाबंद अपराधियों की संख्या चार बताई है. सभी अपराधी दो बाइक पर सावर होकर वारदात को अंजाम देने के लिए आए थे. पुलिस ने शिकायत के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.
ये सारी घटनाएँ सिर्फ़ पिछले एक सप्ताह में घाटी है, और अगर आप बिहार की ख़बरों को देखे थे तो आपको ऐसी आपराधिक, लूट-पाट, किड्नैपिंग, और हत्या के ख़बरों से भारी होती है. ऐसे में राज्य के क़ानून व्यवस्था और तक़रीबन 15 साल से शासन से राज्य में मुख्यमंत्री के पद पर बैठे नीतीश कुमार की क़ानून व्यवस्था पर पकड़ को लेकर सवाल उठना स्वाभाविक है. 15 साल बहुत होते हैं, अगर 15 साल शासन के बाद भी आम जनता घर में भी सुरक्षित नहीं है, अपराधी दिन दहाड़े बेख़ौफ़ लूट मचा रहे और फिर भी नीतीश कुमार शुसासन की बात कर रहे और ऊँची-ऊँची मूर्तियों का अनावरण कर रहे.