कमलेश तिवारी की मां ने स्थानीय बीजेपी नेता पर लगाया बेटे की हत्या कराने का आरोप

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कमलेश तिवारी की मां ने स्थानीय बीजेपी नेता पर लगाया बेटे की हत्या कराने का आरोप
Image Source: ANI

यूपी के हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) पैगंबर साहब को लेकर विवादित बयान से सुर्खियों में आए थे जिसके बाद से कमलेश को जान से मारने की धमकियाँ मिल रही थी; यहाँ तक की बिजनौर के अनवारूल हक़ और नईम काज़मी ने कमलेश तिवारी का सिर काटकर लाने पर इनाम की घोषणा की थी. हालाँकि इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने अभी हाल ही में कमलेश तिवारी पर इस मामले से जुड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून(रासुका) हटा दिया था.

अब बीते शुक्रवार को लखनऊ के खुर्शीदबाग इलाके में रहने वाले कमलेश तिवारी को दोपहर घर पर दो बदमाशों ने चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी. घटना के बाद पुलिस हरकत में आई और कुछ लोगों को गिरफ्तार कर हत्याकांड का पर्दाफाश करने का दावा भी कर दिया है, लेकिन कमलेश तिवारी के घरवालों को इस जांच और पुलिस के कामों पर भरोसा नहीं है. कमलेश तिवारी की माँ ने विभिन्न मीडिया को दिए बयानों में भाजपा और यूपी के योगी सरकार पर गम्भीर आरोप लगाए हैं.

आज तक से बात करते हुए कमलेश तिवारी की मां कुसुम तिवारी का दर्द और आक्रोश साफ़ दिखाई दे रहा था, साथ हीं वो चिंता भी जाता रही थी की कहीं उनके बेटे के हत्या के मामले में किसी बेगुनाह को सजा ना हो जाए. कमलेश तिवारी की मां ने बताया की योगी सरकार आने के बाद कमलेश तिवारी की सुरक्षा घाटा दी गई. अखिलेश यादव की सरकार में कमलेश को 17 सुरक्षाकर्मी मिले थे. जो कम होते-होते चार तक पहुंच गए थे. कुसुम तिवारी ने ये भी कहा कि जिस दिन कमलेश की हत्या हुई, उस दिन एक भी सुरक्षाकर्मी उनके साथ नहीं था, हालाँकि पुलिस के अनुसार एक सुरक्षाकर्मी घर के नीचे था. कुसुम तिवारी अनुसार वो एक बूढ़ा सुरक्षाकर्मी था और उसके हाथ में सिर्फ़ एक लाठी था, वो सही से चल भी नहीं पता.

अगर आपको याद हो तो उन्नाव पीड़िता के कार को ट्रक से जानलेवा टक्कर मारने वाली घटना के दौरान भी यूपी सरकार द्वारा दी गई सुरक्षा कर्मी पीड़िता के साथ नहीं थे.

कमलेश तिवारी की मां ने ABP न्यूज़ से बत करते हुए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी उनके बेटे की शुरक्षा में लापरवाही समेत कई अन्य आरोप लगाए, कुसुम तिवारी ने आदित्यनाथ के बारे में कहा की वो जलते थे कमलेश तिवारी से. इसी बीच ABP न्यूज़ के ऐंकर सुमित अवस्थी ने बड़ी चालाकी से इस मामले में को हिंदू-मुस्लिम रंग में रंगने का प्रयास किया लेकिन, सुमित अवस्थी द्वारा हिंदू-मुस्लिम का चर्चा करने पर कुसुम तिवारी बेहद नाराज़ हो गई और ABP न्यूज़ के ऐंकर और चैनल हिंदू-मुशलिम करने और सरकार से सवाल पूछने में डरने जैसे आरोप भी लगाई.

कमलेश तिवारी की मां कुसुम तिवारी ने एक अन्य मीडिया से बातचीत के दौरान हत्या की साज़िश का साफ़ साफ़ आरोप एक स्थानीय भाजपा नेता पर लगाया. भाजपा नेता शिव कुमार गुप्ता का नाम लेते हुए कुसुम तिवारी ने कह की उसी ने उसके बेटे को मरवाया है. उन्होंने कहा है कि चकेरी के रहने वाले भूमाफिया शिव कुमार के खिलाफ 500 केस चल रहे हैं. बताया जा रहा है की महमूदाबाद में स्थित राम जानकी मंदिर विवाद के कारण लम्बे समय से दोनो में तनातनी थी. कमलेश तिवारी की मां लेकिन मैं जब तक जिंदा हूं कमलेश की हत्या का बदला जरूर लूंगी, साथ ही उन्होंने यूपी पुलिस पर आरोप लगते हुए कहा की यूपी पुलिस बेगुनाह पर तो कार्रवाई कर रही लेकिन जो असली आरोपी हैं उसे शुरक्षा दे रही और परिजन के कहने पर भी कोई शिव कुमार गुप्ता पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही.

रविवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कमलेश तिवारी के परिजनों ने मुलाकात की. परिवार ने हत्यारों के लिए मौत की सजा की मांग की है. सीएम योगी से मुलाकात के बाद भी कमलेश तिवारी की मां असंतुष्ट दिखाई दीं और उन्होंने चौंकाने वाला बयान दिया है. कमलेश तिवारी की मां ने कहा कि पुलिस के दबाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई. उन्होंने कहा कि पुलिसवाले बार-बार दबाव डाल रहे थे और हमें जबरदस्ती लखनऊ लाया गया. मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि मैं संतुष्ट नहीं हूं.

कमलेश तिवारी की मां ने कहा कि किसी की मृत्यु होने बाद हिंदू धर्म में तेरहवीं (13 दिन) तक कहीं नहीं जाते लेकिन हमें जबरदस्ती सीतापुर से लखनऊ लाया गया. कमलेश की मां कुसुम तिवारी ने यह भी कहा कि अगर इंसाफ नहीं मिला तो हम तलवार उठाएंगे. कमलेश तिवारी की मां के इस बयान का डॉ. कुमार विश्वास ने समर्थन किया है. उन्होंने उनके इस बयान के बाद एक ट्वीट किया जिसमें कुमार ने लिखा कि निकम्मी व्यवस्था आपके घरवालों को मार भी दे तब भी उस व्यवस्था के स्वयंभू मालिकों के दरबार में जाना ही होगा ! सनातन संस्कारों में मृत्यु के बाद तेरहवीं तक परिजन घर नहीं छोड़ सकते पर मरनेवाला चाहे क़ानून का रखवाला बुलंदशहर का इंसपैक्टर हो या कट्टरपंथियों का शिकार,जाना पढ़ेगा दरबार.