आंध्र प्रदेश में भीषण नाव हादसे से हाहाकार मच गया है। इस दुर्घटना में 30 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है। इसपर चालक दल के सदस्यों सहित 62 लोग सवार थे। इसमें से 24 लोगों को बचा लिया गया है। लेकिन 30 से ज्यादा लोग अभी तक लापता है। अभी तक 5 शव बरामद किए गए हैं।
Andhra Pradesh: Tourist boat capsizes in Godavari river in Devipatnam, East Godavari district. 61 people were on-board at the time of incident, no casualties reported so far. Two National Disaster Response Force (NDRF) teams of 30 members each, sent for rescue operations.
— ANI (@ANI) September 15, 2019
रॉयल वशिष्ठ नाम की इस नाव पर सवार ज्यादातर लोग पर्यटक थे। जो राजामुंदरी के पास प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पापीकोंडलु जा रहे थे। राहत एवं पुनर्वास विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि घटनास्थल पर पर दो आपदा प्रबंधन की टीमें भेजी गई हैं, हर टीम में 30 सदस्य हैं।
नेवी की भी मदद ली जा रही है।
Based on request from State Administration #IndianNavy Dornier along with IN diving team, Gemini boat & associated equipment deployed from #NavalAirStation, #INSDega to join #SearchOperation for missing personnel from capsized tourist boat in #GodavariRiver #Devipatnam. pic.twitter.com/OrtRVUJAPY
— SpokespersonNavy (@indiannavy) September 15, 2019
गोदावरी नदी कुछ दिनों से उफान पर है। जब यह हादसा हुआ तब नदी में बाढ़ आई हुई थी। आंध्र प्रदेश टूरिज्म डवलपमेंट कॉर्पोरेशन की तरफ से संचालित यह नाव देवीपट्टनम के पास गांधी पोचम्मा मंदिर से एक प्रमुख पर्यटन स्थल पापीकोंडालु के लिए चली थी।
राज्य के मुख्य सचिव एल वी सुब्रह्मण्यम ने इस दुर्घटना के बारे में पूर्वी गोदावरी के जिला कलेक्टर मुरलीधर रेड्डी से बात करके जानकारी ली है। साथ ही मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि नाव दुर्घटना के शिकार लोगों का पता लगाने के लिए एक हेलिकॉप्टर की सेवा ली जाए।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने स्थानीय मंत्रियों और विधायकों को निर्देश दिया है कि वे राहत कार्यों की निगरानी करें। आंध्र प्रदेश टूरिज्म डिपार्टमेंट के दो नाव को मौके पर भेज दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने गोदावरी नदी में चल रहे सभी नावों के लाइसेंस कैंसिल करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे नदी चल रही सभी नावों की गहन जांच कराएं।