![15-bjp-mla-suspended-in-himachal-vidhan-sabha-IndInews हिमाचल प्रदेश विधानसभा स्पीकर ने पूर्व CM सहित 15 विधायकों को निष्कासित किया](https://indinews.in/wp-content/uploads/2024/02/15-bjp-mla-suspended-in-himachal-vidhan-sabha-IndInews-696x428.jpg)
लोकसभा चुनाव नज़दीक है और चुनावी माहौल में बढ़त के लिए क्या अब कांग्रेस भी वही कर रही है जो भाजपा लगातार हिमाचल समेत अन्य राज्यों में करती आ रही है? जिस तरह से केंद्र में सरकार और सभापतियों ने विपक्षी नेताओं को निष्कासित कर कई जरुरी क़ानून पास किया कुछ वैसे उसी प्रकार के माहौल अब हिमाचल प्रदेश की विधानसभा में भी देखा गया जहाँ हिमाचल प्रदेश विधानसभा स्पीकर ने पूर्व CM जयराम ठाकुर सहित 15 विधायकों को निष्कासित कर दिया. ये बेहद दुर्भाग्य और लोकतंत्र के लिए नुक़सानदेह है, सभी पार्टियों और सरकारों को समझना होगा कि कोई MLA या MP सिर्फ एक व्यक्ति नहीं होता है वो सम्बंधित क्षेत्र के लाखों जनता को प्रतिनिधित्व करते हैं जिसे सरकारें अपने सहूलियत के हिसाब से निष्कासित नहीं कर सकती. ऐसे किसी प्रकार के निष्कासन जनता की प्रतिनिधित्व को कमजोर करती है.
15 विधायकों के निष्कासन को मीडिया पूरी तरह से हिमाचल में हुए राज्यसभा सांसद के चुनाव में कांग्रेस की हार से देख रही है. इस चुनाव में कांग्रेस के पास बहुमत होने के बावजूद हार का सामना करना परा. जिसमें कांग्रेस के कुल 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग किया जिसके कारण भाजपा के पास काम संख्या बल होने के बावजूद जीत मिली. इस चुनाव परिणाम के बाद से हिमाचल में राजनीतिक माहौल गर्म है और सरकार गिरने की अटकलें तेज हो गई है.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा स्पीकर ने 15 विधायकों को निष्कासित करते हुए कहा कि इनका ये कृत्य असंसदीय है, जिससे इस सदन व विधानसभा की गरिमा को ठेस पहुंची और सदन को इन हालात में चलाना संभव नहीं है. उन्होंने कहा, “मैं प्रस्ताव करता हूं कि निम्न सदस्यों को विधानसभा सदन से निष्कासित किया जाए, ताकि इस माननीय सदन की कार्यवाही को निष्पक्ष रूप से संचालन किया जा सके.
ये विधायक हुए निष्कासित
- जयराम ठाकुर
- विपिन सिंह परमार
- रणधीर शर्मा
- लोकेंद्र कुमार
- विनोद कुमार
- हंस राज
- जनक राज
- बलवीर वर्मा
- त्रिलोक जमवाल
- सुरेंद्र शोरी
- दीप राज
- पूर्ण चंद
- इंद्र सिंह गांधी
- दलीप ठाकुर
- रणवीर सिंह
वहीं दूसरी ओर वीरभद्र सिंह के बेटे और हिमाचल सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि हमने पार्टी का हमेशा साथ दिया है. मैं आज सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि वर्तमान समय में मेरा इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है. मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं.
कांग्रेस अब पूरी प्रयास कर रही है की किसी तरह से हिमाचल प्रदेश की सरकार बचा ले, आम चुनाव के ठीक पहले एक और राज्य गँवाना पार्टी के लिए बेहद निराशाजनक साबित हो सकता है.
इसके पहले भाजपा के विधायक दल आज सुबह हिमाचल के राज्यपाल से मिलकर राज्य सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया, जिसके बाद से हिमाचल में सरकार गिरने और बड़ी फेरबदल होने की खबरें और तेज हो गई; लेकिन भाजपा 15 विधायकों के निष्कासन के साथ ही अब हिमाचल की सुक्खू सरकार फ़िलहाल किसी भी तरह के फेरबदलसे सेफ़ हो गई है.