कांग्रेस और बीजेपी नेताओं का अनावश्यक रूप से पुलवामा हमले पर विवादास्पद और राजनीतिक टिपण्णी करना बिल्कुल बेतुका और ओछि राजनीति का परिचय है. कांग्रेस के संजय झा तो रिजाइन करने को भी कह रहे हैं. जबकि इतनी बड़ी और पुरानी पार्टी के प्रवक्ता को इतना तो मालूम होना चाहिए की आत्मघाती हमले को रोकना बहुत ही मुश्किल होता है और लगभग सभी जानकार मान रहे हैं की हमें जाँच का इंतजार करना चाहिए.
Who is resigning from the government taking responsibility for the tragic deaths of 40 #CRPFMartyrs ? Who? https://t.co/LQfex9Ah1g
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) February 17, 2019
वहीं कांग्रेस की प्रियंका चतुर्वेदी ने भी एक के बद एक ट्वीट कर बीजेपी vs कांग्रेस की राजनीति शुरू कर दी, प्रियंका ट्विटर के मध्यम से अमित शाह और बीजेपी पर आरोपों की झड़ी लगा दी. कोंग्रेस के नेताओं कम से कम अपने पार्टी अध्यक्ष राहुल गंधी की लाज रख लेनी चाहिए जो बार बार भारत सरकर से साथ खड़ा रहने की बात कर रहे हैं.
-Sent aide to meet Hafeez Saeed
-Invited Pak PM for swearing in
-Went to Pak uninvited
-Invited ISI to investigate Pathankot attack
-Showed faith in Pak investigative team
Have some respect for jawans who lost their lives due to your govt’s massive intelligence failure, Mr Shah.— Priyanka Chaturvedi (@priyankac19) February 17, 2019
दरसल सरकार के साथ मज़बूती से खड़ी कोंग्रेसी नेताओं का ये बयान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित साह के बयान के बद आया, भाजपा अध्यक्ष ने असम में एक सभा के दौरान ये बोला की हमले में शहीद जवानों के क़ुर्बानी का बदला ज़रूर लिया जाएगा क्योंकि केंद्र में कोंग्रेस की नहीं भाजपा की सरकार है.
BJP President Amit Shah in Lakhimpur,Assam: I pay my tributes to Assam's son Maneswar Basumatary, along with the other CRPF personnel. Their sacrifice won't go in vain as it's not the Congress government which is at the Centre, it is the BJP which is at the Centre. #PulwamaAttack pic.twitter.com/Y7F3K2HXrr
— ANI (@ANI) February 17, 2019
ऐसे दुखद समय में जब पुरा देश सेना और सरकार के साथ खड़ा है तब इस प्रकार के आरोप प्रत्यारोप से और ओछि राजनीति से बचना चाहिए. ऐसे माहौल में ज़रूरत है एक साथ मज़बूती से एकजुट रहने का तकी हम हमारे दुश्मन को सबक़ सिखा सके.