झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ED की ओर से अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील किया. हेमंत सोरेन के तरफ से पैरवी कर रहे वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट को मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट को लेकर कुछ नियम तय करने चाहिए.
हेमंत सोरेन ईडी (ED) की ओर से हुए गिरफ़्तारी को चुनौती दी है. उनकी ओर से पक्ष रखते हुए सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने अदालत से गुहार लगाई कि मनी लॉन्ड्रिंग के सेक्शन 19 के प्रावधानों को आपको तय करना होगा. उन्होंने कहा कि आखिर किसी को इस तरह कैसे अरेस्ट किया जा सकता है. सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट की बेंच से अपील किया कि आप जल्दी ही इस पर फैसला लीजिए. इस पर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कल यानी 2 फरवरी को सुनवाई करने पर सहमति जताई थी.
हेमंत सोरेन की याचिका के विरोध करते हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी रादू ने कहा कि हेमंत सोरेन के खिलाफ आरोप बेहद गंभीर हैं. यह भी ध्यान देने की बात है. इस दौरान कपिल सिब्बल ने गिरफ्तारी को राजनीतिक कारणों से भी जोड़ा, उन्होंने कहा कि आखिर चुनावों से ठीक पहले ही क्यों गिरफ्तारियां तेज हो जाती हैं. इस पर चीफ जस्टिस ने कहा कि हम आपके सभी सवालों पर शुक्रवार को विचार करने की सहमति दी थी.
आज (02-02-2024) सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेन की याचिका की सुनवाई से इनकार कर दिया, सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेन की ओर से पेश कपिल सिब्बल से पूछा कि आप हाईकोर्ट क्यों नहीं जाते? इस कपिल सिब्बल ने कोर्ट से कहा कि यह मामला एक मुख्यमंत्री से संबंधित है, जिसे गिरफ्तार किया गया है. कपिल सिब्बल ने आगे कहा कि हमने अपनी याचिका हाईकोर्ट से वापस ली है. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अदालतें हर किसी के लिए खुली हैं और हाईकोर्ट संवैधानिक अदालत है. अगर हम सीधे आपकी अर्जी पर सुनवाई करते है तो फिर हमें हरेक को सीधे सुनना होगा.
हेमंत सोरेन को भूमि घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में पूछताछ के बाद केंद्रीय एजेंसी ने 31 जनवरी दिन बुधवार को हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें 1 फरवरी दिन गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया और एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. झामुमो नेता ने ईडी पर आरोप लगाया था कि कुछ महीनों बाद होने वाले लोकसभा चुनावों से पहले केंद्र सरकार की तरफ से एक सुनियोजित साजिश के तहत उन्हें गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के चलते हेमंत सोरेन ने झारंखड के मुख्यमंत्री पद से ही इस्तीफा दे दिया है और अब उनकी जगह सीनियर नेता चंपई सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे.