वेदांता एक भारतीय कंपनी है जिसकी सुरुआत 1979 मैं एक तम्बा बनाने वाली कंपनी के अदिग्रहण से हुई और २००३ मे लन्दन मे लिस्ट हिने वाली पहली भारतीय संसथान बनी |
वर्तमान मे इसकी कारोबार दुनिया के सभी कोने मे फैली हुई है जिसमे भारत, अफ्रीका,आयरलैंड और ऑस्ट्रिलिया प्रमुख स्थान है|
Sterlite कॉपर थूठुकुदी की सुरुआत 1997 मै हुई, और ये अपने सुरुआती दिनों से ही विवादों मे रही. तजा विवाद का कारन कंपनी के उत्पादन छमता को बढाकर दुगुना करने के लिए जरुरी इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को लेकर चल रहा है| जिसका विरोध स्थानीय लोग कर रहे है | आरम्भ मे ये विरोध शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था और करीब 100 दिनों तक शांतिपूर्ण प्रदशर्न के बाद राजनातिक हस्तक्षेप के कारण ये उग्र हो गया और पुलिस ने जबी कारवाही मे गोलिया चल दी | गोलियों के चपेट मे आने से अब तक १३ लोगों कि मौत हो चुकी है और दर्जनों घायल है|
स्थानीय निवासीयों का मानना है की कंपनी ने सरकार और नौकरशाह से सांठ्गाठ करके पर्यवरण के नियमों का पालन किये बिना उत्पादन जरी रखा जिसके वजह से वहां के पर्यावरण पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव परा जो वर्तमान मे भी जरी है| आशंका ये है की उत्पादन को दोगुना किये जाने के बाद ये स्थिति और भी बदतर हो जाएगी और यही लगों के चिंता का मुख्य कारन है|
पुरे विवाद मे मानवीय जीवन का नुकसान सबसे बड़ी छती है जिसे प्रसाशन सवेदंसिलता दिखाते हुए रोक सकती थी और उसके बाद राजनीतिक बयानबाजी और भी दुखद है, क्योंकि राज्य एवम केंद्र मे किसी की भी सरकार रही हो सबने नियम को ताक पर रखकर कंपनी को अनैतिक तरीके से फायदा पहुचाया है |
कंपनी को पहले भी अदालत एवम सरकार से उत्पादन रोकने का आदेश जरी किया जा चूका है| 2010 मई स्थानीय निवासियों के सिकायत पर मद्रास उच्च न्यायालय ने सुनवाही करते हुए उत्पादन पर रोक लगाने का आदेश दिया जिसे बाद मे सुप्रीमकोर्ट ने अंतरिम रोक लगा दिया | मामला तब और और बिगड़ गया जब २०१३ मे गैस रिसाव की दुर्घटना होने के बाद तत्कालिक मुख्यमंत्री जयललिता ने उत्पादन बंद करने का आदेश जरी किया | परन्तु नाटकीय तरीके से कंपनी ने २०१३ मै NGT और केन्द्र सरकार(congress) से मिलिभगत करके उत्पादन चालू करने का आदेश ले लिया और २०१४ मे फिर से केंद्र के BJP सरकार से उत्पादन जरी रखे का अनुमोदन प्राप्त कर लिया |