पटना में अब डेंगू का कहर, 775 मरीज मिले

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पटना के लोग अभी जलजमाव की समस्या से उबर भी नहीं पाए हैं कि डेंगू का कहर शुरू हो गया है। राजधानी में यह बीमारी भयावह रूप लेने लगी है। सिर्फ शनिवार को पटना में डेंगू के 170 मरीजों की पहचान हुई। ये ऐसे मरीज हैं जो अस्पतालों तक पहुंचे हैं, जबकि इससे अधिक संख्या में डेंगू के मरीज घरों में ही इलाज करा रहे हैं। पीएमसीएच में अब तक जांच को आए सैंपलों में से 775 डेंगू पॉजिटिव पाए गए। इनमें करीब 80 फीसदी मरीज पटना के हैं।

विशेषज्ञों की मानें तो जितने आंकड़े कुछ अस्पतालों से मिले हैं, उससे चार से पांच गुना अधिक लोग डेंगू से पीड़ित हैं। इसके लिए कोई एक एजेंसी या अस्पताल चिह्नित नहीं है, जहां से डेंगू मरीजों का आंकड़ा उपलब्ध हो सके। पिछले तीन दिनों में डेंगू के 410 मरीज अस्पताल तक पहुंचे। कई जगह तो एक ही अपार्टमेंट में एक से अधिक परिवारों में कई सदस्यों को डेंगू हुआ है। पीएमसीएच के डेंगू वार्ड में लंगरटोली, चिरैयाटांड़, नटराज गली, राजेंद्र नगर, दानापुर, फुलवारी के मरीज भर्ती हैं।

प्लेटलेट्स 20 हजार से नीचे न हो : प्लेटलेट्स कम हो तो घबराएं नहीं। बस यह ध्यान रखना है कि प्लेटलेट्स 20 हजार से नीचे न हो। इसकी नियमित जांच करानी चाहिए। मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो, खांसी हो, पेट फूलने लगे, शरीर में चकत्ता आने लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। अगर शौच काला हो, खून की उल्टी होने लगे तो तुरंत अस्पताल में भर्ती हो जाना चाहिए। घर में पानी कहीं भी जमने नहीं दें। डेंगू का मच्छर दिन में ही काटता है। शरीर को ढंक कर रखें।

यहां ज्यादा प्रकोप
राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, मुन्ना चौक, हनुमान नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, कुर्जी, दीघा, भूतनाथ रोड, कांटी फैक्ट्री, कुम्हरार, अशोक नगर, बाजार समिति, भागवत नगर, रामकृष्ण नगर, पश्चिम दरवाजा, बुद्धा कॉलोनी, आनंदपुरी,गोला रोड, पीरबहोर, पाटलिपुत्र, राजीव नगर, राजीव पुरी, आनंद पुरी, राजाबाजार और राजापुर पुल में डेंगू के मरीज सबसे अधिक पाए गए हैं।

ये हैं कारण
– एक बड़े इलाके में पिछले सात से आठ दिनों से है जलजमाव
– घरों में जलजमाव से पनप रहे हैं डेंगू के मच्छर
– गंदे पानी में किसी भी तरह के तेल का छिड़काव नहीं होना
– गली-मुहल्लों में फॉगिंग मशीन से छिड़काव न होना
– जलजमाव में ब्लीचिंग पाउडर पर्याप्त मात्रा में नहीं होना