भारतीय रेलवे के लिए वित्तीय वर्ष 2018-19 सबसे सुरक्षित साल बन गया है. इसके 166 साल के लंबे इतिहास में यह पहला वर्ष है जिसमें एक भी यात्री की मौत सामने नहीं आई है. भारतीय रेलवे के लिए यह बड़ी उपलब्धि है.
भारतीय रेलवे के आंकड़ों के मुताबिक रेल हादसों यानी टक्कर होने, ट्रेन में आग लगने, बेटरी होने या क्रॉसिंग में गड़बड़ी जैसी घटनाओं में बीते 38 साल में 95 फीसदी की कमी लाई जा सकी है. बीते वित्तीय वर्ष 2017-18 में भारतीय रेलवे नेटवर्क में कुल 73 हादसे हुए थे. रेलवे में लगातार अपनाए जा रहे सुरक्षा उपायों के असर से ऐसे हादसों में काफी कमी आई है. चालू वित्तीय वर्ष में ऐसे 59 घटनाएं सामने आई. प्रति मिलियन किलोमीटर में ऐसे हादसे इस साल घटकर 0.06 फीसदी हो गए है.
रिपोर्ट के मुताबिक साल 1960-61 में इस तरह के 2,131 हादसे दर्ज किए गए थे. साल 1970-71 में 840, साल 1980-81 में 1,013, साल 1990-91 में 532 ऍर साल 2010-11 में ऐसे 141 मामले सामने आए थे. साल 1990 से 1995 के बीच सामने आए ऐसे हादसों में 2400 यात्रियों की मौत हुई थी. वहीं 4300 घायल हुए थे. साल 2013 से 2018 के बीच दर्ज किए गए ऐसे रेल हादसों मे 990 लोगों की जान गई थी और 1500 यात्री घायल हो गए थे.