सऊदी अरब में फंसा कोरोना संक्रमित बिहारी युवक सरकार से लगा रहा मदद की गुहार

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कोरोना से पूरी दुनिया में लोग जुझ रहे, लगभग हर देश में नागरिक और सरकार इस महामारी से खौफ में हैं. दुनिया में अकेले कोरोना ने पिछले कूछ ही महीनों में 352,000 से अधिक लोगों की जाने ले ली है. भारत में अबतक COVID-19 से 4300 से अधिक मौतें हुई है.

देश में अपने घरों से दूर दूसरे प्रदेशों में काम करने वालों की स्थिति किसी से छुपी नहीं है. लोग लाखों की संख्या में हजारों हजार किलोमीटर पैदल चलने को मजबूर है, लेकिन ये लाचारी सिर्फ देश में नहीं ब्लकि बाहर के देशों में भी है. विदेशों में भी भारतीय ऐसे ही परेशान हैं, फर्क़ सिर्फ इतनी सी है कि विदेशों में फंसे लोगों की बात हम तक पहुँच नहीं पाती इसलिए शायद लगता है की बाहर सब ठीक ही होगा.

बीती रात सऊदी अरब के एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने वाले एक भारतीय ने अपना वीडियो हमें भेजा. COVID-19 Positive रिपोर्ट आने के बाद 8 दिन से अधिक हो गए हैं लेकिन उन्हें किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिल पा रही है. सावधानी के लिए राजेश नाम के इस व्यक्ति को सिर्फ होम क्‍वारंटाइन कर दिया गया है बाकी किसी तरह की कोई मेडिकल सुविधा उपलब्ध नहीं है. राजेश को न अस्पताल में भर्ती कराया गया और न ही कोई उपचार किया जा रहा है. राजेश कुमार बिहार के पूर्णिया जिले का है और पिछले पाँच सालों से सऊदी अरब के BCC-Busilding Construction Company (बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी) नाम के कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम कर रहा था.

राजेश ने बताया कि उसकी स्थिति बिगड़ती जा रही है, साँस लेने में बहुत परेशानी हो रही है, स्थानीय प्रशासन और अपनी कम्पनी के तरफ से कोई भी मदद नहीं मिलने के बाद राजेश ने अपने देश, राज्य और यहां की सरकारों से मदद की उम्मीद के साथ ये विडीओ बनाया.

इससे पहले कि बहुत देर हो जाए बिहार सरकार और भारत सरकार को राजेश और साथ ही उसके जैसे विदेशों में फंसे अन्य लोगों की सुध लेनी चाहिए और वहाँ के सरकारों पर दबाव बनाना चाहिए कि सभी भारतीय को हर संभव स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराया जाय. ये वही लोग हैं जो सऊदी अरब समेत अन्य देशों की तरक्की में सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, ऐसे देशों की सरकार को जिम्मेदारी पूर्वक सभी भारतीय की उचित देखभाल के लिए बाध्य किया जाना आवश्यक है.