कोरोना से ठीक हुए मरीजों की आंख, नाक और जबड़े में हो रहा ख़तरनाक संक्रमण

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कोरोना से ठीक हुए मरीजों की आंख, नाक और जबड़े में हो रहा ख़तरनाक संक्रमण
Image Credit: livehindustan.com

कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, हर एक दिन पिछले दिन से अधिक सतर्क रहने की ज़रूरत है. ऐसा बिल्कुल नहीं है की एक बार कोई कोरोना से ठीक हो गया तो उसके बाद कोई परेशानी नहीं होती. Corona के खतरा और संभावित वैक्सीन के बीच में अभी बहुत लम्बी दूरी है और ये दूरी आम लोगों के लिए और भी अधिक है; तो फ़ायदा इसी में है की जितनी एहतियात कर सकते हैं करे, इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं है Corona या Covid-19 से खुदको बचाने का.

कोरोना से ठीक हुए कई मरीजों को तरह तरह कि परेशानी हो रही है, कई मरीजों में जानलेवा संक्रमण की भी शिकायत है. राजधानी दिल्ली में Covid-19 से ठीक हुए कई मरीजों में फंगल संक्रमण फैल रहा है. दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में पिछले 15 दिनों में कोरोना से ठीक हुए 13 मरीजों में म्यूकरमाइकोसिस संक्रमण होने के मामले सामने आए हैं. इन मरीजों में से पांच की मौत भी हो गई है. यह संक्रमण आंख, नाक और जबड़े को धीरे धीरे चीरकर गला देता है.

सर गंगाराम अस्पताल के वरिष्ठ ईएनटी सर्जन डॉक्टर मनीष मुंजाल ने हिंदुस्तान को बताया कि ये फंगल संक्रमण कोरोना से ठीक हुए लोगों में प्रतिरोधक क्षमता कम होने की वजह से फैल रहा है. डॉक्टर मनीष मुंजाल का कहना है कि अभी डॉक्टरों को भी इस बीमारी के बारे में सही जानकारी नहीं हैं. सामान्य डॉक्टर इसे न्यूरो की बीमारी बताकर रेफर कर रहे. उनके पास कई ऐसे मरीज आए हैं जो न्यूरो में रेफर किये गए थे.

आंख, नाक और जबड़ों को खत्म कर रहा:

हिंदुस्तान को डॉक्टर मनीष मुंजाल ने बताया की पिछले 15 दिनों में इसके मामले अचानक बढ़ने है और इस बीमारी से पीड़ित लोग वे हैं जो कोरोना से ठीक हुए हैं. पिछले 15 दिनों में सामने आए 13 मरीज़ों में 5 मरीजों की आंखों की रौशनी चली गई. इतना ही नहीं उनकी आंख सड़कर धीरे धीरे खत्म हो रही थी. वहीं 7 मरीजों के जबड़े खत्म हो गए और उनकी सर्जरी करनी पड़ी है.

कोरोना से ठीक हुए मरीजों में फैल रहे इस इन्फेक्शन का लक्षण क्या हैं?

कोरोना से ठीक हुए मरीजों में फैल रहे इस ख़तरनाक इन्फेक्शन को म्यूकोमरकोसिस (Mucormycosis Infection) कहते हैं. कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद आपकी नाक बंद हो रही है या पपड़ी जम रही है तो उसे बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें. इसे अलावा गालों का सुन्न होना या इनमें सूजन आने जैसे लक्षण दिखते हैं तो फौरन डॉक्टर से मिले और सुनिश्चित करें की ये म्यूकोमरकोसिस (Mucormycosis) है या नहीं. देर से पता चलने पर ये जानलेवा हो सकता है, नाक में मौजूद इंफेक्शन आंख तक पहुंच सकता है जिससे आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है और अगला स्टेज में इन्फेक्शन आंख के रास्ते से ब्रेन तक पहुँच सकता है और जान तक जा सकती है. इसलिए इस इन्फेक्शन से बचाव के लिए सही समय पर अस्पताल पहुंचना बेहद जरूरी है.